डॉ दिलीप अग्निहोत्री
तीर्थाटन और पर्यटन के कीर्तिमान योगी सरकार की उपलब्धियों में शुमार है। सुशासन और विकास के तीस माह आयोजन के अगले योगी आदित्यनाथ तीर्थाटन,पर्यटन और क्षेत्रीय विकास से जुड़े समारोह में शामिल हुए। एक दिन पहले ही योगी आदित्यनाथ सरकार के ढाई वर्ष का रिपोर्ट कार्ड सार्वजनिक किया था। इसमें पर्यटन व तीर्थाटन की प्रगति का भी उल्लेख किया था। इन ढाई वर्षों में पर्यटन के मामले में उत्तर प्रदेश देश में नम्बर वन हो गया है। इसके साथ ही अयोध्या की दीपावली और मथुरा की होली विश्व स्तर तक चर्चित हुई। इससे भी धार्मिक पर्यटन बढा है। श्रीराम, श्री कृष्ण, सारनाथ सर्किट भी पर्यटन को बढ़ाने में सहायक होंगे। कुछ ही दिन पहले योगी ने चित्रकूट में सैकड़ों करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण किया था। यहां विश्व स्तरीय पर्यटन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
यह सन्योग था कि रिपोर्ट कार्ड जारी करने के अगले ही दिन योगी आदित्यनाथ पर्यटन, तीर्थाटन व विकास से जुड़े समारोह में शामिल हुए। इसका आयोजन हिंदुस्थान समाचार बहुभाषी संवाद एजेंसी ने किया था। यह उत्तर प्रदेश के विकास का दूसरा संवाद था। इसमें तीर्थाटन, पर्यटन और क्षेत्रीय विकास पर मंथन किया गया। उत्तर प्रदेश में तीर्थाटन और पर्यटन की अपार संभावना है। भगवान राम और कृष्ण की अवतार स्थली यहीं है। यह विश्व के किसी भी क्षेत्र में रहने वाले हिंदुओं को भावनात्मक रूप में यहां से जोड़ती है। यहां रामवनगमन के प्रमाणिक तीर्थ है, सारनाथ है, पर्यटन के अनेक प्रसिद्ध केंद्र है।
योगी ने कहा भी कि उत्तर प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से बहुत समृद्ध है, लेकिन इनके विकास की अब तक उपेक्षा की गई। इसलिए पर्यटन को समुचित बढ़ावा नहीं मिल सका। पिछली सरकारों ने इस संबन्ध में दूरदर्शिता से कार्य नहीं लिया। कृषि और पर्यटन के क्षेत्रों में विकास की अपार संभावनाएं हैं। ढाई साल में इस दिशा में जो प्रयास किए है,उनके सार्थक परिणाम दिखाई दे रहे है। यहां अयोध्या, मथुरा, काशी, वृंदावन, नैमिष आदि कई प्रमुख तीर्थस्थल, बौद्धस्थल हैं, जो धार्मिक पर्यटन का हिस्सा है। पर्यटन को आध्यात्मिक पर्यटन तक ही सीमित नहीं रखा जाना चाहिए बल्कि उसे हैरिटेज, वन्यजीवन तक बढ़ाया जाएगा।
पर्यटन क्षेत्र को तीर्थाटन से आगे ले जाकर आर्थिक स्वावलम्बन व रोजगार तक बढाया जा रहा है। ढाई वर्ष में अयोध्या के साथ भव्य दीपोत्सव को भी जोड़ा गया है। अब अयोध्या का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। अब वहां होटल और रेस्टोरेंट के लिए लोग हमसे सम्पर्क कर रहे हैं।
गाइड तैनात किए जा रहे है। पर्यटन का स्वरूप तीर्थाटन के रूप में रहा है लेकिन तीर्थयात्री को भी कुछ सुविधा चाहिए। काशी विश्वनाथ और उसके आसपास के क्षेत्र के विकास इस सरकार ने किया। पहले चरण में तीस गाइड रखे गए और वह सरकार पर बोझ बने बिना हर माह तीस हजार से लेकर एक लाख तक कमा रहे हैं। कुम्भ में सर्वाधिक चौबीस करोड़ श्रद्धालु पहुंचे। सुरक्षा, स्वच्छता के रिकॉर्ड बन गए। इलाहाबाद को पुराना नाम मिला। अब वह प्रयागराज है। ब्रज तीर्थ परिषद का गठन किया गया। इस पूरे क्षेत्र का विकास सुनिश्चित होगा। पर्यटन को भारी बढ़ावा मिलेगा।
उन्नीस सौ सोलह में महात्मा गांधी काशी में विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने गए थे, उन्होंने वहां गलियों में मौजूद गन्दगी और संकीर्णता नाराजगी व्यक्त की थी। सौ वर्षों बाद नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यहां सुधार किया गया। योगी सरकार ने इस दिशा में प्रयास किया है। अब काशी की संकरी गलियां सौ फीट चौड़े मार्ग के रूप में नजर आएंगी। ढाई वर्ष पहले प्रदेश में केवल दो एयरपोर्ट सक्रिय थे, लेकिन अब छह एयरपोर्ट काम कर रहे हैं। ग्यारह पर काम चल रहा है। हम अब तीर्थाटन तक ही सीमित नहीं रहेंगे। बल्कि पर्यटन को विराट बनाकर दुनिया के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करना है।
राज्यसभा सांसद एवं हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी के अध्यक्ष रविन्द्र किशोर सिन्हा ने कहा कि आजादी के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल के आग्रह पर ही हिन्दुस्थान समाचार की स्थापना हुई थी। तत्कालीन गृह और सूचना मंत्री सरदार पटेल की सोच थी कि भारतीय भाषा में काम करने वाली समाचार एजेंसी का होना जरूरी है। अन्य मीडिया माध्यम इस देश के गांव, कस्बों और जनआकांक्षाओं की बात नहीं पहुंचा पाएंगे। इसलिए हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी की स्थापना की गई।
बाबा साहेब आप्टे ने एजेंसी को उत्साह के साथ बड़े कम साधन के साथ प्रारम्भ किया। उस समय तमाम भाषाई पत्रकारिता के लोग एजेंसी से जुड़े। बाद में बालेश्वर अग्रवाल ने इसे आगे बढ़ाया। एजेंसी के तीन लक्ष्य सत्य, संवाद और सेवा निर्धारित किए गए। यह एजेंसी सकारात्मक विचारों से प्रेरित है। नकारात्मक भाव से दूर रहकर यह कार्य कर रही है। इसका प्रभाव भी देखने को मिल रहा है। लोगों ने अफवाहों का षड्यंत्र रचा, लेकिन हम भाषाई पत्रकारिता से अपना कार्य करते रहे और अपने विचारों से समाज को एक नई दिशा देने में सफल रहे। मुख्यमंत्री तीर्थाटन पर्यटन और क्षेत्रीय विकास पर आधारित युगवार्ता विशेषांक का लोकार्पण भी किया।