राम की शक्ति पूजा एक ऐसी रचना, जो आज भी प्रासंगिक

0
999

नौटंकी ‘राम की शक्तिपूजा’ का मंचन तीन को

लखनऊ, 31 जनवरी। छायावाद के महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की रची अमूल्य धरोहर मानी गयी काव्य रचना- ‘राम की शक्ति पूजा’ का लोक नाट्य विधा नौटंकी में तीन फरवरी को वाल्मीकि रंगशाला गोमतीनगर में बिम्ब सांस्कृतिक समिति के कलाकारों द्वारा मंचन होगा।

मूल रूप से 312 पंक्तियों की इस अद्वितीय कविता का नौटंकी रूपांतरण अब तक कई नाटक लिख चुके रामकिशोर नाग ने किया है और इसका निर्देशन अनुभवी अभिनेता गुरुदत्त पाण्डे कर रहे है और सहनिर्देशक महर्षि कपूर हैं। यं प्रस्तुति उर्मिलकुमार थपलियाल को समर्पित की जाएगी। राम की शक्ति पूजा एक ऐसी रचना है जो आज भी प्रासंगिक है।

Please follow and like us:
Pin Share

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here