लखनऊ 29 मई 2024 : उच्च शिक्षण संस्थानों को नैक में ग्रेडिंग पाने के लिए सबसे पहले कुछ करने का संकल्प लेना होगा। यह संकल्प ही कार्य सिद्धि में सहायक बनेगा। विश्वविद्यालय में कार्यरत सभी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी के अनुसार कार्यों का पता होना चाहिए। नैक मूल्यांकन हेतु सभी मापदंडों पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
यह बात राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कही। वह डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ में विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थानों को नैक एक्रेडिटेशन हेतु मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला नैक संकल्प के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं दी। उन्हाेंने कहा कि प्रदेश में नैक मूल्यांकन को लेकर एक माहौल विकसित हुआ है। विश्वविद्यालय नैक में उत्कृष्ट ग्रेडिंग पा रहे हैं। यह परिणाम काफी प्रयास और परिश्रम के बाद मिलना शुरू हुआ है। अब संबद्ध संस्थानों को भी नैक से अच्छी ग्रेडिंग पाने के लिए तैयारी करने की जरूरत है।
राज्यपाल जी ने नैक में उच्च ग्रेडिंग हेतु एस0एस0आर0 रिपोर्ट तैयार करने में फोटोग्राफ का महत्व, मेंटर-मेंटी की महता, शोध और पेटेंट में प्रदर्शन आदि के बारे में बहुमूल्य सुझाव दिए एवं साथ ही पेटेंट के वाणिज्यीकरण की आवश्यकता पर बल दिया। राज्यपाल जी ने कहा कि संस्थान में अध्ययनरत विद्यार्थियों का फीडबैक लेकर उनकी शिकायतों का समय से निस्तारण किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को क्लासरूम के अलावा ऑनलाइन लेक्चर तैयार कर उसे जारी करना चाहिए, जिससे ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी उसका लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के व्याख्यान रुचिकर हो तथा विश्वविद्यालय के साथ विद्यार्थियों की आत्मीयता बनी रहे। कुलाधिपति ने महीने में एक बार विश्वविद्यालय और संस्थानों द्वारा विविध शैक्षणिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन व शिक्षकों व विद्यार्थियों की सहभागिता को आवश्यक बताया।
राज्यपाल ने तकनीकी विश्वविद्यालयों को उद्योग आधारित नए पाठ्यक्रम चलाने व प्रशिक्षण उपलब्ध कराने का सुझाव दिया। संस्थाओं की नैक टीम में महिलाओं, युवाओं व विद्यार्थियों को शामिल किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय दो महीने बाद अपने दस दस संबद्ध संस्थानों के नैक प्रस्तुतिकरण की समीक्षा करें।