उन लोगों से प्यार करें जिन्हें आपने देखा था
जब आप हर किसी के लिए अदृश्य थे…..!! -माही
कौन कहता है की बन्धन प्यारे नहीं होते.।
कभी महबूबा के पेरो में….
पायल बांध कर देखो…..।। – रोशन
अजब है इश्क यारों:
इश्क में चोट कैसे खाई जाती है मुझे नहीं पता। मैंने कभी ‘चोट खाने’ के लेबल का इश्क किया ही नहीं। इश्क को फ्लर्ट तक सीमित रखा। दिल को कभी एक जगह टिकने नहीं दिया। लेकिन ये लोग जो इश्क में चोट खाने के बाद रोते भी हैं, कसम से, बड़े ‘उबाऊ’ होते हैं। कहता कौन है इनसे इश्क में पड़ो। – अंशुमाली रस्तोगी
1 Comment
i like this wonderful post