वैज्ञानिकों ने कहा अंतरिक्ष दूरबीन हबल के जरिए यह आकाशगंगा खोजी गयीं, पुराने समय में यह आकाशगंगा आपस में टकरा चुकीं हैं
वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में दो आकाशगंगाओ की विनाशकारी घटना की खोज की है जो पुराने समय में आपस में टकरा चुकीं हैं । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार टक्कर काफी भीषण हुयी थी जिस्ले इस घटना में दोनों आकाशगंगा पूरी तरह से नष्ट हो गई थी। वैज्ञानिकों के अनुसार यह घटना इतनी भीषण रही, जिसमे दोनों की शक्ल बदल गई और पुनः अलग रूपधारण करने लगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस टक्कर में एनजीसी 4485 की भुजाओं को क्रिसलिस आकार में फैला दिया और वैज्ञानिकों ने इसका उपनाम कोकून गैलेक्सी रख दिया। खास बात यह है कि दोनों आकाशगंगाएँ धीरे-धीरे अलग हो रही हैं। अंतरिक्ष दूरबीन हबल के जरिए यह खोज हुई है। जिसमें आकाशगंगा के पीछे की ओर 24,000 प्रकाश वर्ष तक फैले चमकीले तारों को भी कैमरे में कैद किया है। अब इन दोनों आकाशगंगाओं में गैस और धूल के उत्तेजित कण फैले हुए हैं।
और उलझे हुए गैस के बादलों ने तारा निर्माण की नई प्रक्रिया शुरू कर दी है। दोनों आकाश गंगाओं में आकर्षक लाल और गुलाबी धब्बे विशाल आयनित बादल नजर आने लगे हैं। इससे पता चलता है कि इनके पास में स्थित गर्म नवगठित तारों से पराबैंगनी ऊर्जा द्वारा प्रतिदीप्ति में सक्रिय होते हैं।
खोजकर्ता वैज्ञानिकों ने विश्लेषण में बताया है कि एनजीसी 4490 में दो केंद्रीय कोर हैं और धूल के बादलों के कारण दूसरा कोर दृश्य प्रकाश में दिखाई नहीं देता है। इस घटना में अब अवशोषित आकाशगंगा के साथ पहले के विलय का अवशेष रह गया है । खगोल विज्ञान पत्रिका में यह खोज प्रकाशित हुई है। वैज्ञानिकों ने इस खोज पर खुशी प्रकट की है और कहा है ऐसी खोजों के लिए कभी-कभी पूरा जीवन बीत जाता है। वैज्ञानिकों ने कहा यह एक बड़ी उपलब्धि है जो आने वाले भविष्य के लिए बहुत कारगर साबित होगी।
हमारी आकाशगंगा भी टकराएगी पडोसी से हमारी अपनी आकाशगंगा भी पड़ोस की आकाशगंगा से टकरा जाएगी। यह समय अरबों साल बाद आयेगा । ब्रह्मांड में इस तरह की घटना होते रहती हैं। अब जैसे जैसे तकनीक विकसित हो रही हैं, ब्रह्मांडीय घटनाओं की नित नई जानकारी सामने आते जा रही हैं।