झांकी से गुलजार रही लखनऊ के न्यू गणेशगंज की गली
लखनऊ, 14 सितम्बर 2023: लखनऊ के न्यू गणेशगंज में चल रही श्री कृष्ण की झांकी का समापन 12 सितम्बर को फूलों की होली खेलकर धूमधाम से किया गया। इसमें बच्चों की विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गयी। इस बीच श्री कृष्ण के जन्मदिवस के अवसर पर छ्ह दिवसीय डिजिटल मूविंग झांकी का भी आयोजन किया गया जिसे देखने हज़ारों की संख्या में लोग आएं। बता दें की यह आयोजन मित्तल परिवार की ओर से प्रत्येक साल किया जाता है।
जन्माष्टमी की इस विशिष्ट झांकियों को देखने लोग दूर- दूर से आये थे, किसी ने श्रीकृष्ण को झूला झुलाया तो किसी ने सेल्फी ली, किसी ने पूतना वध को करीब से निहारा तो किसी ने शिवलिंग पर गिरते झरने को निहारा। सबसे ज्यादा भीड़ श्री कृष्ण की लीला देखने के लिए लालायित दिखी। इस बीच जो भी उधर से गुजरा उसकी नज़रे झांकियों पर टिकती जरूर थी और कुछ देर रूककर भगवान जी का आशीर्वाद लेकर ही जाता था।
बहुत अच्छा आयोजन है इसमें हमारी भारतीय परम्परा की झलक दिखती है: प्रियंका मिश्रा
इस दौरान वहां मौजूद कई लोगों से बात हुयी और इस झांकी को लेकर उनके मन की बात भी जाने की भी कोशिश की गयी। कैसरबाग़ से आयीं प्रियंका मिश्रा ने बताया यह बहुत अच्छा आयोजन है इसमें हमारी भारतीय परम्परा की झलक दिखती है। मैं यहाँ हर साल आती हूं और हर बार यहाँ कुछ न कुछ नया देखने को मिलता है। पूछने पर की इस बार आपको यहाँ क्या नया देखने को मिला तो उन्होंने बताया कि पूतना वध और तुलसीदास और राम मंदिर, इसरों एयरक्राफ्ट का सेल्फी पॉइंट मेरे लिए नया है।
कृष्णा की लीला से सम्बंधित ही झांकी होती तो और अच्छा होता: संगीत उपाध्याय
मोती नगर से झांकी देखने आएं संगीत उपाध्याय से बात हुयी तो उन्होंने बताया कि सभी कुछ अच्छा है लेकिन जो कमी खली तो वह है कंस वध और गोवर्धन पर्वत की! उन्होंने बताया कि यदि कृष्णा की लीला से सम्बंधित ही झांकी होती तो और अच्छा होता। पूंछने पर कि क्या नहीं समझ में आया यहाँ आपको तो उन्होंने बताया कि जैसे तुलसीदास, मदारी का खेल, हनुमान जी, अयोध्या का राम मंदिर जैसी चीजें यदि दूर ही रहती और सिर्फ कृष्ण से जुडी लीला का घटनक्रम होता तो और बेहतर होता।
इस मेले में लोग परिवार संग आए और चरों तरफ घूम कर मेले का आनंद लिया। यहाँ बच्चों के लिए झूला, खाने पीने से लेकर खेल- खिलौनों की भी सजी दुकानें सजी दिखी जिसमें लोगों ने अपनी आवश्यकतानुसार खरीददारी भी की।
बता दें की यह आयोजन मित्तल परिवार की ओर से किया गया था जिसके कार्यक्रम संयोजक अनुपम मित्तल थे।