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सरर-सरर ओहो! फरर-फरर ,
नाच-नाच दिखलाए पतंग।
संग डोर के उड़ती जाए,
लहर-लहर बलखाए पतंग।
लाल-गुलाबी, नीली-पीली,
सभी रंग में आए पतंग।
रंग-बिरंगी इंद्रधनुष-सी,
आसमान छू जाए पतंग।
संग हवा के बातें करती,
बादल के घर जाए पतंग।
सरर-सरर ओहो फरर-फरर ,
नाच-नाच दिखलाए पतंग।
पुष्पा जोशी, उत्तराखंड