कोविड-19 ने दुनिया को गहराई से प्रभावित किया है, कई परिवारों को उजाड़ दिया है, और उनके स्वास्थ्य और वित्तीय स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।
मुंबई की इस स्टारलेट ने अपनी सीएसआर एक्टिविटीज को शुरू करने और जरूरतमंद परिवारों की सहायता करने का फैसला किया है। बड़े एनजीओ को डोनेशन करने के बजाए, अमायरा खुद रिसर्च कर रही हैं और उन लोगों की सहायता कर रही हैं, जिन्हें इन बड़े चैरिटेबल ऑर्गेनाइजेशंस से कोई सहायता तथा समर्थन नहीं मिल रहा है।
वे छोटे पैमाने के एनजीओ का उपयोग कर रही हैं, जो बड़े डोनेशंस के बारे में नहीं जानते हैं और उन परिवारों का पेट भरने के लिए फंड इकट्ठा करने में मदद करते हैं जिनके पास दैनिक आधार पर भोजन करने के लिए आय का कोई स्रोत नहीं है।
वे उन परिवारों की भी सहायता कर रही हैं, जिनके घर में बहुत सारे बच्चे हैं। वे कहती हैं, “4 सदस्यों के परिवार का भरण-पोषण करने के लिए एक महीने में केवल 3,200 रुपये लगते हैं। मैं सभी से आग्रह करती हूँ कि वे इन परिवारों की यथासंभव मदद तथा डोनेट करें और इसके साथ ही उन एनजीओ की भी मदद करें, जिनकी कम पहचान है या जो बिना कॉर्पोरेट समर्थन के छोटे पैमाने पर काम कर रहे हैं। छोटे एनजीओ वे हैं, जिन्हें डोनेशन की आवश्यकता होती है और उन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है क्योंकि वे बड़े एनजीओ के रूप में प्रचारित या लोकप्रिय नहीं होते हैं। लेकिन मैं जानती हूँ कि छोटे लोग ही सबसे अधिक प्रभाव डालते हैं। हमें छोटे एनजीओ पर ध्यान देना चाहिए और कोविड पीड़ितों और परिवारों की मदद करते हुए अपने स्तर पर रिसर्च करना चाहिए। एक साथ मिलकर किए गए हमारे प्रयास निश्चित रूप से दुनिया में बेहतर बदलाव लाएंगे।”
एक सेलिब्रिटी के रूप में, अमायरा का मानना है कि उन परिवारों का साथ देना भी अमायरा की जिम्मेदारी है, जिन्होंने महामारी के कारण अपने घर के कमाने वाले लोगों को खो दिया है, जिन्हें वास्तव में हमारी जरूरत है। वे 30 परिवारों तक पहुँचाने में कामयाब रही हैं।