राष्ट्रीय पुतुल यात्रा में हुई लखनऊ के दल की प्रस्तुति
नई दिल्ली 17 नवंबर 2021: पुतुल यात्रा 2021 के आयोजन में लखनऊ के दीपा पपेट संस्थान ने उत्तर प्रदेश की कठपुतली कला का प्रतिनिधित्व करते हुए “अवध की चिंगारियां” छड़ पुतुल नाटक का मंचन दीपा मिश्रा के निर्देशन में किया. आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में केंद्रीय संगीत नाटक एकेडमी नई दिल्ली द्वारा 16 से 18 नवंबर पुतुल यात्रा का आयोजन मेघदूत थिएटर-थर्ड, रविंद्र भवन, नई दिल्ली में किया जा रहा है.
रानी लक्ष्मीबाई, बेगम हजरत महल, उदा देवी, मोतीबाई जैसी उत्तर प्रदेश की महिलाओं के आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को रेखांकित करती इस प्रस्तुति में दीपा मित्रा, मिलन यादव, वीरेंद्र तिवारी, वीरेंद्र मोहन मिश्र, समीर मित्र मित्रा, सुमित श्रीवास्तव, श्रुति चोपड़ा, जितेंद्र कुमार और केके पांडे ने विभिन्न कठपुतलियों का संचालन किया. कला निर्देशक मिलन यादव थे. प्रकाश संचालन राजवीर रतन का पुतुल निर्माण दीपा मित्रा का, पोशाक और आभूषण कविता मित्र का और संगीत अमित मुखर्जी व संध्या मुखर्जी का रहा.15 नवंबर से प्रारंभ इस समारोह में दूसरे दिन आज सुरोजित अकादमी असम के कलाकारों ने विनीता देवी के निर्देशन में छठ एवं छाया पुतुल प्रस्तुति बिष्णु प्रसाद राभा का प्रदर्शन भी किया.
भारतीय लोक कला पर आधारित इस पुतुलयात्रा में महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान पश्चिम बंगाल, और गुजरात के कलाकारों ने गणपत सखाराम मसगे, मोहम्मद शमीम, डॉक्टर लाइक हुसैन, तापस कर्मकार, मनीष सचदेवा और महीपत कवि के निर्देशन में वीर सावरकर गुलिवर्स ट्रेवल्स, स्वामी विवेकानंद, आजाद सुभाष, चतुर खरगोश और शेर और टेल ऑफ पटेल जैसे प्रस्तुतियों का प्रदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया गया है.