राम तो सदियों से थे, हैं और रहेंगे पर राम के नाम पर वोट मांगना ठीक नहीं
लखीमपुर, 22 फरवरी : बीते साल अक्टूबर में किसानों के नरसंहार के चलते देश भर में चर्चा में आए लखीमपुर के निघासन में सत्तारुढ़ भाजपा के लिए विधानसभा चुनावों में यह मुद्दा तो भारी पड़ रहा है मतदान से ठीक पहले किसान नरसंहार मामले के मुख्य आरोपी, स्थानीय सांसद व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री टेनी के बेटे आशीष मिश्रा का जमानत पर बाहर आना बड़ी नाराजगी का कारण बन गया है।
रविवार को समाजवादी पार्टी प्रत्याशी आर.एस कुशवाहा के लिए जनसभा को संबोधित करने निघासन पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पिछड़ों की अनदेखी के साथ उनके आरक्षण कोटे में खिलवाड़ का आरोप लगाया । निघासन में मौर्य ने कहा कि भाजपा की सरकार में इस कदर पिछड़ों, दलितों, किसानों, नौजवानों के हक पर लात मारी गयी है कि सबके सब इसे हटाने के लिए लामबंद हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में पिछड़ों को वाजिब आरक्षण नहीं दिया गया और नौकरियों से उनको वंचित रखा गया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनने वाली सपा सरकार में मुफ्त बिजली, पढ़ाई, दवाई के साथ ही रोजगार की भी व्यवस्था होगी।
जनसभा को संबोधित करते हुए ड़ा. संजय चौहान राष्ट्रीय अध्यक्ष जनवादी पार्टी ने कहां उत्तर प्रदेश को इस सरकार ने बेचने और छलने के आलावा कुछ नहीं किया चौहान समाज को कोई सम्मान नहीं दिया गया।और अपमानित करने का काम किया हैं। एक दलित लड़की के साथ अत्याचार हुआ व उसकी लाश को पुलिस द्वारा रात में ही जलवाने का काम किया गया।
गौरतलब है कि तराई क्षेत्र में किसान आंदोलन का केंद्र लखीमपुर का निघासन रहा है और नरसंहार के बाद से यहां लोगों में रोष है। रविवार को सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की सभा में बड़ी तादाद में तराई क्षेत्र के किसान पहुंचे थे।