रंग-बिरंगे गुब्बारों से गणपति महाराज का प्यारा सजा दरबार
लखनऊ। ऐशबाग जल संस्थान कालोनी की ओर से गणेश चतुर्थी के अवसर पर ऐशबाग स्थित जल संस्थान शिव मंदिर परिसर में चल रहे पांच दिवसीय तृतीय विशाल गणेशोत्सव एवं सांस्कृतिक संध्या के तीसरे दिन एक संध्या प्रथम पूज्य गणेश के नाम पर भक्तिमय गीतों की स्वर सरिता प्रवाहित की गई।
अनामिका मिश्रा ने इस बात की जानकारी दी कि बच्चों ने आज सफेद-हरे गुब्बारों, रंगीन कागजों की झालरों, लाइटों से गणपति महाराज के दरबार का अलौकिक श्रृंगार किया गया था। संगीत से सजे सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ गणेश वंदना से किया गया। इसी क्रम में शारदा मिश्रा ने घर मे पधारो गजानंद जी मारे घर मे पधारो भक्तिमय गीत प्रस्तुत कर मंगलमूर्ति में चरणों अपनी हाजिरी लगाई।
मंजू ने अपनी आवाज में हमें क्या काम दुनिया से हमारा कृष्ण प्यारा गीत प्रस्तुत कर लोगों को कृष्ण भक्ति के सागर में आकंठ डिबोया। भक्ति संगीत से परिपूर्ण इस प्रस्तुति के उपरांत कुसुम ने अर्जुन के बाण जैसा कोई बाण नहीं देखा… गीत प्रस्तुत किया, उन्होंने अपने कार्यक्रम की शुरूवात अवध मा बाजे सखी आज बधईया से कर श्रोताओं को भक्ति रस का रसपान कराया। भक्तिमय गीत से ओतप्रोत इस पेशकश के बाद अर्चना-गायत्री ने कैसा बना निराला मेरे शिव का शिवाचा गीत सुनाकर श्रोताओं की असंख्य तालियां बटोरी।
प्रात:काल पंडित ने बप्पा की पूजा अर्चना कर और यजमान परिवार ने मोदक और फलों का भोग लगाकर सभी की मनोकामना पूर्ण होनी की मंगलमूर्ति से प्रार्थना की। सायंकाल गणेशजी को मोदक, पंच मेवों एवं फलों का भोग लगाया गया। सभी भक्तजनों को भगवान का भोग लगा हुआ प्रसाद संध्या आरती के पश्चात वितरित किया गया।