जी के चक्रवर्ती
जब हम विश्व खेल की बात करते हैं, तो फुटबाल का खेल एक ऐसा खेल है कि जिसे सम्पूर्ण विश्व में आज तक सबसे अधिक खेला जाता है और जब भी फ़ुटबॉल और फ़ुटबॉल खिलाडियों का नाम आता है तो एक फुटबॉलर पेले के नाम का उल्लेख किए बिना फुटबॉल के खेल के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित होने वाले इस नाम के बिना अधूरी मानी जायेगी।
विश्व प्रसिद्ध फुटबॉलर पेले, 20 वीं शताब्दी के ब्राज़ील के जाने माने और एक महान स्पोर्टिंग फिगर एवं फुटबॉल के खिलाड़ी थे, जिन्हें उनके सक्रिय वर्षों के दौरान “फुटबॉल का राजा” कहा जाता था। इस खिलाड़ी को प्रत्येक समय फुटबॉल के प्रसंशकों, आलोचकों, विशेषज्ञों और खिलाड़ियों के मध्य एक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी माना जाता था। इन्होंने अपनी एलेक्ट्रिफ्यिंग, इम्पेक्केबल स्टाइल, से फुटबॉल प्रेमियों के मध्य प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ 1363 फुटबॉल के मैचों में कुल 1281 गोल किये जाने का रिकॉर्ड उनके नाम है, वैसे एक पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में उन्होंने तीन बार फीफा विश्व कप (1958, 1962, 1970) में जीता था।
वैसे इसके अलावा इन्होंने बहुत से अन्य रिकॉर्ड भी बनाये हैं जो फुटबॉल खेल के प्रति उनकी गहन लगन को ही प्रदर्शित करती हैं। इसके साथ ही उनके शानदार गोल स्कोरिंग की आदत ने उन्हें दुनिया में एक स्टार बना दिया था। आसाधारण हैडिंग योग्यता, शक्तिशाली शॉट और अडिग गोल स्कोरिंग के लिए उनकी प्रशंसा की जाती थी। अपने बेहतरीन खेल से उन्होंने लोगों के दिलों में जगह बना लिया था।
इस महान खिलाड़ी की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जब वर्ष 1969 में नाइजीरिया और बायफ्रा के बीच चल रहे युद्ध को केवल इस लिये रोका गया था क्योंकि वहां चल रहे फुटबॉल मैच में पेले खेल रहे थे।
उनके मृत्यु का समाचार सुनकर भारत के मोहनबागान की ओर से खेलने वाले एक सर्वश्रेष्ठ खिलाडी श्याम थापा को उनके साथ वर्ष 24 नवम्बर 1977 में खेले गये एक फुटबॉल मैच के दौरान उनके सानिध्य के उन पलों को याद कर वे भावुक हो गये।
भविष्य में आने कई पीढियों तक फुटबॉल के इस जादूगर पेले नाम बड़े गर्व से लिया जाएगा। उनके अचानक निधन से मानों फुटबॉल की दुनिया में एक युग का अंत हो गया।