संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से संस्था संस्कृति कारवाँ द्वारा आयोजित तीन दिवसीय काकोरी ट्रेन एक्शन की गायन,नृत्य एवं अभिनय के माध्यम से प्रस्तुति के अंर्तगत संस्था विजय बेला एक कदम खुशियों की ओर द्वारा वाल्मीकि रंगशाला, संगीत नाटक अकादमी परिसर लखनऊ में नाटक काकोरी ट्रेन का भावनात्मक एवं प्रभावी मंचन किया गया।
नाट्य लेखक एवं निर्देशक श्री चन्द्रभाष सिंह जी का प्रभावशाली निर्देशन देखने को मिला। नाटक में निरंतरता के साथ-साथ क्रांतिवीरों का सजीव मोहक देखने को मिला। मंचन ने अतीत से वर्तमान तक कि यात्रा ने सबको प्रेरणा के साथ-साथ स्वतंत्रता के महत्व को कलोकित करती है। क्रांतिवीरों का बलिदान और त्याग वर्तमान परिदृश्य में हमें राष्ट्रप्रेम हुआ निर्माण के प्रति प्रोत्साहित करता है।
मंचन के माध्यम से दिखाया गया कि काकोरी ट्रेन डकैती महज एक घटना नहीं बल्कि स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए पूरे राष्ट्र में अलख जगाने की एक मुहिम थी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री जितेंद्र प्रताप सिंह अध्यक्ष संस्कृत भारतीन्यास विशिष्ट अतिथि श्री विनोद शंकर पूर्व प्रशासनिक अधिकारी, श्री रवींद्र सिंह गंगवार अध्यक्ष सेवा भारती अवधप्रान्त एवं साहित्यकार श्री महेंद्र भीष्म जी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मंच पर निहारिका कश्यप, जूही कुमारी, नीलम श्रीवास्तव, सुन्दरम मिश्रा, अग्नि सिंह, कोमल प्रजापति,विशाल श्रीवास्तव,करन दीक्षित, विशाल वर्मा, आशीष सिंह, अंजलि सिंह, साक्षी अवस्थी, विनय पाल, वरुण राव, यस राव, श्रेयांश यादव, रवि विश्वकर्मा, अमन कुमार, सोनु कुमार एवं हरिओम वर्मा ने प्रभावी अभिनय किया वही मंच परे तारा उप्रेती ने प्रकाश व अर्जुन सिंह से पार्श्व संगीत दिया।