लखनऊ, 05 अक्टूबर, 2021: लखीमपुर खीरी जाने के प्रयास में लखनऊ से निकलीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को सीतापुर में हिरासत में लेने के बाद मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब उन्हें निजी मुचलके पर रिहा किया जा सकता है। प्रिंयका गांधी वाड्रा की रिहाई पर असमंजस की स्थिति बनी है। उधर प्रियंका को गिरफ्तार करने की सूचना पर कांग्रेस काफी आक्रोशित हैं।
सीतापुर में पीएसी सेकेंड बटालियन के गेस्ट हाउस में हिरासत में ली गईं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा व 11 के विरुद्ध मंगलवार को हरगांव पुलिस ने धारा 107/116 व 151 में कार्रवाई कर दी है।प्रियंका गांधी वाड्रा सहित 11 लोगों के विरुद्ध हरगांव पुलिस ने धारा 107/116 व 151 में पाबंद करने के लिए रिपोर्ट एसडीएम को भेजी है। एसडीएम की संस्तुति के बाद प्रियंका व उनके समर्थकों की पाबंदी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया जाएगा।
एसडीएम सदर पीएल मौर्य ने बताया प्रियंका गांधी वाड्रा को गिरफ्तार कर द्वितीय वाहिनी पीएसी के गेस्टहाउस में भेजा गया था। उन्होंने बताया कि उनकी रिहाई के लिए फिलहाल अभी कुछ तय नहीं है। जरूरी नहीं कि प्रियंका गांधी वाड्रा को रिहाई के लिए न्यायालय में पेश करें। सीआरपीसी में कई धाराएं हैं, जिनमें मजिस्ट्रेट अस्थायी तौर पर आवश्यकता के अनुसार कहीं पर भी सुनवाई कर सकते हैं। vउन्होंने बताया कि निर्देश मिलते ही उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया जाएगा।
बता दें कि पुलिस ने सोमवार तड़के लखीमपुर जाते वक्त प्रियंका गांधी वाड्रा को हरगांव में रोका था। इसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर सीतापुर जिला मुख्यालय पर द्वितीय वाहिनी पीएसी के गेस्ट हाउस लाया गया। इसके बाद से प्रियंका सीतापुर में ही हैं। वह बगैर वारंट के अपनी गिरफ्तारी पर वीडियो संदेश के जरिये सवाल भी उठा चुकी हैं।
प्रियंका गांधी, अजय कुमार उर्फ लल्लू, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपक सिंह, धीरज गुर्जर, अमित कुमार, हरिकांत, नरेंद्र शेखावत, संदीप, राजकुमार व योगेन्द्र शामिल है। बताया जा रहा हैं कि लखीमपुर में मृतकों का अंतिम संस्कार होने के बाद ही कुछ स्थिति स्पष्ट होगी। अंतिम संस्कार के बाद ही प्रियंका को सीतापुर से रवाना किया जाएगा। अगर अनुमति मिल गई,तब वह लखीमपुर जाएंगी वरना यहीं से वापस लखनऊ भेज दिया जाएगा।