डॉ दिलीप अग्निहोत्री
एक समय था जब शास्त्रीय संगीत का कैराना घराना दुनिया में प्रसिद्ध था। दिग्गज कलाकरों की सुदीर्घ परम्परा थी। अन्य स्थानों के विद्यार्थी यहां शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ग्रहण करने आते थे। इसके अलावा यहां का स्थानीय औद्योगिक उत्पाद भी प्रसिद्ध था। इससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार उपलब्ध होता था। फिर एक समय ऐसा आया जब कैराना नकारात्मक रूप में चर्चित हुआ। कश्मीर घाटी जैसे अंदाज में यहां से भी पलायन सुर्खियों में आया था। क्या मजाल कि अपने को सेक्युलर बताने वाला कोई नेता पीड़ितों से मिलने पहुंचा हो।
यूपी कस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस समस्या को गंभीरता से लिया। उन्होंने अराजक तत्वों के प्रति कठोर रुख दिखाया। इससे स्थिति में बदलाव हुआ। पलायन कर चुके परिवारों की घर वापसी हुई। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने एक जनपद एक उत्पाद योजना लागू की। इसका लाभ भी शामली और कैराना को मिला। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कैराना कस्बा कभी देश के प्रमुख औद्योगिक गतिविधियों के साथ साथ शास्त्रीय संगीत एवं उसके प्रमुख घराने का केन्द्र बिन्दु माना जाता था। कैराना कस्बे में अब आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगा है। यहां पर तेजी से विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। लोगों की सुविधा हेतु बाईपास का निर्माण किया गया है। औद्योगिक इकाइयों का पुनर्गठन करने के साथ साथ नई इकाइयां भी स्थापित की जा रही हैं। औद्योगिक विकास एवं निवेश की सम्भावनाओं के दृष्टिगत बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं।
वर्तमान सरकार द्वारा अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर कार्यवाही प्रारम्भ की गई थी। तब से सभी परिवार अपने को सुरक्षित महसूस करके कैराना वापस आ रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा यहां पीड़ित परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने हेतु पुलिस चौकी के सुदृढ़ीकरण की कार्यवाही पहले ही पूर्ण की जा चुकी है। यहां पर पीएसी के भवन का शिलान्यास किया गया। कैराना से पलायन किए हुए ज्यादातर परिवार वापस आ चुके हैं। उनमें एक विश्वास जगा है।
वर्तमान सरकार ने सभी परिवारों को आश्वस्त किया कि कैराना कस्बे में अब आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगा है। उन्होंने कहा कि इस कस्बे के सभी लोग बेझिझक अपने पूर्वजों की भूमि पर निवास करें, जिससे यहां की विरासत को संरक्षण मिले और व्यापारिक व औद्योगिक गतिविधियां तेजी से आगे बढ़ें। पूर्ववर्ती सरकार के समय जिन परिवारों को क्षति पहुंचायी गयी थी। उन पीड़ित परिवारों को वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा मुआवजा प्रदान किया जाएगा। जिससे लोग फिर से अपने व्यवसाय व अन्य गतिविधियों को बढ़ा सकेंगे।
योगी आदित्यनाथ ने शामली के कैराना में पलायन के बाद वापस लौटे परिवारों से भेंट की। उनके प्रति सहानुभूति दिखाई। सरकार द्वारा दी जा रही सहायता एवं उनकी आर्थिक गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। कहा कि प्रदेश सरकार अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पीड़ित परिवार के साथ भोजन भी किया। उनका आत्मविश्वास बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने ढाई सौ करोड़ रु की लागत से पीएसी की बटालियन की आधारशिला रखी। जनपद शामली के निवासियों को सुचारु बिजली आपूर्ति हेतु आठ सौ करोड़ रु की लागत से एक विद्युत सब स्टेशन की स्थापना की जा रही है। यहां मेडिकल कॉलेज की स्थापना का कार्य प्रगति पर है।।कैराना में शामली बाइपास का निर्माण किया गया है।