- महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने रोटा वैक्सीन का किया शुभारम्भ
- यूपी में नियमित मुफ्त टीकाकरण की श्रेणी में शामिल हुआ रोटा का टीका
लखनऊ, 04 अगस्त 2018: उत्तर प्रदेश में बच्चों को जानलेवा दस्त से बचाने के लिए अब रोटा का टीका मुफ्त पिलाया जायेगा। यह जानकारी महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने मंगलवार को रोटा वैक्सीन के शुभारम्भ के मौके पर दी. इस मौके पर एक मीडिया कार्यशाला का भी आयोजन किया गया।
महिला एवं बाल कल्याण मंत्री ने बताया कि रोटावायरस दस्त के कारण गंभीर हालत में बच्चों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। कई बच्चों की मौत भी हो जाती है। उन्होंने बताया कि ख़ुशी की बात है कि प्रदेश के बच्चों को अब इसका टीका नियमित मुफ्त मिल सकेगा। वहीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एम.डी. पंकज कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य के अलावा अन्य विभाग की मदद के बगैर शतप्रतिशत सफलता नहीं मिल सकती है।

उन्होंने कहा कि इस टीकाकरण में सहयोग के लिए सभी से अपील भी की है. वहीं राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर एपी चतुर्वेदी ने बताया कि हर नवजात को जन्म के छठें, दसवें और चौदहवें हफ्ते में रोटा वायरस वैक्सीन की पांच बूंदें पेंटा 1, 2 और 3 वैक्सीन के साथ पिलाई जानी है. उत्तर प्रदेश देश का 11वां राज्य है जहां यह वैक्सीन शुरू जा रही है।
परिवार कल्याण विभाग की महानिदेशक नीना गुप्ता ने सलाह दी कि समय से टीकाकरण करवाएं।
इस मौके पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा निदेशालय, परिवार कल्याण निदेशालय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन -उत्तर प्रदेश, यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यू.एन.डी.पी., रोटरी, जे.एस.आई., टी.एस.यू. और यू.पी. के अधिकारी उपस्थित रहे।
आंकड़ों की जुबानी
- विश्व में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मौतों में 9% और भारत में 10 % के लिए डायरिया जिम्मेदार
- रोटावायरस लगभग 40 प्रतिशत मध्यम से गंभीर डायरिया का कारण है।
- देश में 5 साल से कम उम्र के लगभग 78,000 बच्चों की मौतें हुई हैं
- देश में हर साल रोटावायरस डायरिया के प्रबंधन पर 1,000 करोड़ रुपये खर्च होता है