छात्राओं से अश्लील हरकत करने व विरोध करने पर परीक्षा में फेल करने की धमकी दिये जाने से मचा हड़कम्प
लखनऊ, 14 मार्च। राजधानी के प्रतिष्ठित नेशनल इंटर कालेज के प्रधानाचार्य पर छात्राओं से अश्लील हरकत करने व विरोध करने पर परीक्षा में फेल करने की धमकी दिये जाने से हड़कम्प मच गया। पीड़ित छात्राओं ने घटना की जानकारी परिजनों को दी। जिससे आक्रोशित परिजन भारी संख्या में कालेज पहुंच गये और हंगामा काटने लगे। बवाल व हंगामे की सूचना मिलते ही प्रधानाचार्य कालेज परिसर आवास में जाकर छिप गये।
मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित छात्राओं के परिजन की तहरीर पर छेडखानी, अश्लील हरकत करने, धमकाने व पाक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। आरोप सही पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना हजरतगंज के राणा प्रताप मार्ग स्थित नेशनल इण्टर कालेज में हुई। पीड़िता 11 वीं की छात्रा का कहना है कि बीते सोमवार दोपहर वह कालेज अपने वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट लेने गई थीं। प्रधानाचार्य उमाशंकर सिंह ने उसे अपने कार्यालय में बैठा लिया। वह उसका हाथ पकड़कर छेडखानी व अश्लील हरकत करने लगे। उसके विरोध करने पर बोर्ड परीक्षा में रोकने की धमकी देने लगा जिस पर वह हाथ छुड़ाकर कमरे से बाहर आ गयी। इसके बाद उसकी कुछ साथी छात्राएं प्रधानाचार्य के कमरे में गयी। जहां उन्होंने उन लोगों से भी अश्लीलता की। पीड़ित छात्राओं ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी अपने परिजनों को दी। घटना से आक्रोशित परिजन मंगलवार सुबह कालेज पहुंच गये और हंगामा काटने लगे। परिजनों के हंगामे की जानकारी मिलते ही आरोपी प्रधानाचार्य कालेज परिसर स्थित आवास भाग गये और कमरा अन्दर से बंद कर लिया।
पीड़ित छात्राओं का कहना है कि प्रधानाचार्य उमाशंकर सिंह कार्यालय बुलाकर छेड़खानी करते थे। वह परीक्षा में फेल करने व कम नम्बर देने की धमकी दे गलत जगह हाथ लगाते थे। जबारन अपने हाथों से खाने को मजबूर करते थे और उन्हें छूने की कोशिश करते। विरोध करने व उनके खिलाफ आवाज उठाने पर कालेज से बाहर निकालवने की धमकी देते थे। पीड़ित छात्राओं का कहना है कि क्लास खत्म होने के बाद वह किसी ने किसी बहाने छात्राओं को कार्यालय में बुला लेते थे और रोमांटिक गाने लगाकर कहते है कि यही जिन्दगी है। वहीं कालेज की कई शिक्षकों ने अपने नाम गोपनीय रखे जाने पर कहा कि प्रधानाचार्य की गंदी नियत की बात से पूरा कालेज वाकिफ है।
उनके कार्यालय में जब भी कोई छात्रा या शिक्षिका जाती हैं तो उनके पीछे-पीछे किसी बहाने से पुरुष शिक्षक या चपरासी भी आस-पास पहुंच जाते हैं ताकि वह कुछ गलत हरकत न कर सकें। महिला अध्यापकों ने बताया कि प्रधानाचार्य का महिलाओं के प्रति अजीबो गरीब रवैया था फिर चाहे महिला अधेड़ उम्र की अध्यापिका हो स्कूल में पढने वाली छात्रा, हर किसी को गलत निगाहों से देखते हैं। परिजनों व छात्राओं के हंगामे व बवाल की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची।
पुलिस ने आक्रोशित परिजनों व छात्राओं को समझा-बुझाकर शान्त करने का प्रयास किया, लेकिन वह कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। पुलिस ने एक छात्रा के पिता व दो अन्य छात्राओं की ओर से दी गई तहरीर के आधार मुअसं 237/18 धरा 354, 504 व 11/12 पाक्सो एक्ट के तहत प्रधानार्चाय उमाशंकर सिंह के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया। पुलिस का कहना है कि छात्राओं की ओर लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। कालेज में परिसर व उन जगहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला जा रहा है। जिस जगह पर छात्राओं ने अश्लील हरकत किए जाने का आरोप लगाया है।