संगोष्ठी में पेड़ और पानी बचाने के तमाम उपायों पर हुयी चर्चा
बाराबंकी, 30 जुलाई 2023: डॉ भीमराव अंबेडकर मेमोरियल सेवा समिति/पार्क-स्मारक अनुरक्षण समिति द्वारा सतरिख नाके पर स्थित डॉ अंबेडकर पार्क में पर्यावरण संरक्षण विषय पर संगोष्ठी आयोजित की। संगोष्ठी में पेड़ और पानी बचाने के तमाम उपायों पर वक्ताओ ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।
समिति के अध्यक्ष रत्नेश कुमार ने कहा कि बाराबंकी का इतिहास पेड़ और पानी के मामले में बड़ा समृद्धशाली रहा है। जिले की पहचान यहां के वनों, जंगलों, नदियों और झीलों से हुई है। जिले को जहाँ 11 नदियां अभिसिंचित करती थीं वही विशाल वन जिले की पहचान थे, इसी पहचान से जिले का नाम बाराबंकी पड़ा। आज विशाल वन खतम हो चुके हैं, 11 में से आठ नदिया अपना अस्तित्व खो चुकी हैं, जो नदियां बची हैं वे पानी के लिए तरसती हैं। ऐसी ही परिस्थितियां रही और हम सब चेते नही तो जीवन पर संकट आना तय है।
रत्नेश कुमार ने पेड़ों और जलस्रोत के संरक्षण के लिए सभी को प्रेरित किया। समिति के महासचिव राम औतार ने कहा कि हम पेड और पानी को बचाने की शुरुआत अपने घर से ही करें। अपने घर के आरओ वाटर के वेस्ट पानी से बर्तन साफ करने, घर के फूल पौधों को पानी देने के काम में लाएं। कोषाध्यक्ष जेएल भास्कर ने कहा कि शहरों में लोगों को चाहिए कि अपने घरों में बोरी में मिट्टी भरकर सब्जियों और फूलों के पौधे लगाए जिससे ताजी सब्जी भी मिलेगी और पर्यावरण का संरक्षण भी होगा। लेखापरीक्षक दिनेशचंद्र रावत ने कहा कि पेड़ हर साल लगाए जाते हैं कितने बचाये जाते हैं इसकी कोई गणना नही होती है। हम सभी को पेड़ लगाने के साथ ही पेड़ बचाने पर जोर देना चाहिए।
देव कुमार गुप्ता ने कहा कि घरों और वाहनों की ए सी पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है, इसका प्रयोग कम करना पड़ेगा। इसी प्रकार अनेक वक्ताओं ने पेड़ और पानी के संरक्षण से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस मौके पर उपाध्यक्ष अमरीश बहादुर, देव कुमार गुप्ता, राजेन्द्र कनौजिया, सचिव मंशाराम कनौजिया, विनोद कुमार प्रधान, पदाधिकारी सियाराम वर्मा, अधिवक्ता राजकुमार वर्मा, राम प्रगट कनौजिया, रमेश चौधरी, कमलेश कुमार, अधिवक्ता कमलेश गौतम, कन्हैयालाल, जियालाल आदि लोगों ने गोष्ठी को संबोधित किया। इस अवसर पर डॉ अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।