जी के चक्रवर्ती
सर्व विदित है कि 9 और 10 अप्रैल 2022 के मध्य रात्रि तक पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार गिर गई थी। इस बरख़ास्तगी में तरह- तरह के नाटकों को भी अंजाम दिया गया। जिसमे से कुछ ऐसी बातें सामने निकल कर सामने आयी और बहुत कुछ ऐसी भी बातें थी जिसे हमेशा-हमेशा के लिये दफन करने की भी कोशिशें हुई। बहरहाल, हम इमरान की सत्ता से वेदखल कर विदाई के हैरतअंगेज मामले में झांकने का प्रयास करेंगे।
दिन 9,10 अप्रैल की रात आखिरकार इमरान के सत्ता से वेदखल होने का ऐसा क्या, क्यों और कैसे हुआ? इस मामले को लेकर कुछ समाचार पत्रों के रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया था कि 9 अप्रैल 2022 के रात इमरान के बनीगाला स्थित घर के लॉन में एक हेलिकॉप्टर उतरा, जिसमे पाकिस्तान के दो महत्वपूर्ण व्यक्ति जिसमे से पहला व्यक्ति पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और दूसरे व्यक्ति आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम थे। इन दोनों ने इमरान खान से अलग कमरे में मुलाकात कर उन्हें इस्तीफा देने को कहा था लेकिन इस बात पर इमरान खान भड़क गए और बदजुबानी पर उतर आये तो फिर उनमें से एक सख्श आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने इमरान खान की गाल पर एक जोरदार तमाचा रशीद कर दिया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार दरअसल इसके प्रमुख कारणों में यह है कि इमरान खान जनरल बाजवा को बर्खास्त करके पूर्व आईएसआई प्रमुख और अपने खास मित्र जनरल फैज हमीद को सेना प्रमुख के पद पर बैठाना चाह रहे थे। हमीद को आईएसआई से हटाने के लिये पिछले वर्ष अक्टूबर महीने में बाजवा और इमरान के बीच के रिश्ते इस बात को लेकर बिगड़ गए थे। फैज मौजूदा समय मे पेशावर के कोर कमांडर पद पर आसीन हैं। सलीम साफी के अनुसार इमरान खान ने रक्षा सचिव को बुलाकर बाजवा की बर्खास्तगी एवं फैज हमीद को नया सेना प्रमुख बनाए जाने का अधिसूचना तैयार करा भी लिया था।
9 अप्रैल 2022 की रात इमरान खान अपने घर के लॉन में किसी से फोन पर बात कर रहे थे इस कॉल को सेना की खुफिया विभाग ने इस कॉल को रोक कर सुन लिया था। दूसरी तरफ संसद में मतदान को टालने के लिए सभापति एवं उप सभापति द्वारा अनेको तरह के गैर संवैधानिक पैंतरो को अंजाम देने में भी लगे हुए थे।
इसके बाद से अचानक जैसे सभी चीजें रास्ते पर आ गईं। मतदान हुआ जिसमे इमरान सरकार पाकिस्तान से हमेशा-हमेशा के लिये विदा हो गईं।
वैसे पाकिस्तान के इतिहास में शायद इमरान खान एक एसे प्रधानमंत्री मंत्री सिद्ध हुये जिन्होंने उनके सरकार के विरुद्ध घोर विरोध प्रदर्शन होने के बावजूद सत्ता से चिपके रह कर हटने का नाम नही ले रहे थे तो एसे में पूरा विपक्ष संयुक्त रूप से इमरान को सत्ता से हटाने के लिए एक जुट हो गया था।
खैर जो भी हुआ है इन सभी बातों के मद्देनजर यह कहना पड़ेगा कि पाकिस्तान में नेतृत्व बदलने के बाद अभी भी सब कुछ ठीक-ठाक कहा नही जा सकता है। सही अर्थों में यदि हम कहें तो पाकिस्तान के अब से बुरे दिन शुरू हुए हैं ऐसा केवल हमारा ही मानना नही है बल्कि एक पाकिस्तानी पत्रकार का कहना है कि 10 अप्रैल को सुबह तड़के लगभग 4 बजे इस्लामाबाद में बने 4 आलीशान मकानों पर पाकिस्तानी सेना द्वारा रेड मारी गई।
जिनमें से एक मकान इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की सोशल मीडिया विंग के प्रमुख अर्सलान खालिद का है। इस मकान से तमामो मोबाइल, लैपटॉप्स एवं डिजिटल डायरीयां जब्त कर अपने साथ ले गये हैं। दरअसल, ऐसा सुनने में आया था कि इमरान की षड्यंत्र सोशल मीडिया के माध्यम से सेना और सेना प्रमुख को बदनाम करने की थी। इस मामले में 12 लोगों को सैनिकों ने अपने हिरासत में ले चुकी है। खुफ़िया विभाग के प्रमुख और इमरान के प्रमुख सचिव रहे आजम खान देश छोड़कर भाग चुके हैं। जिसको लेकर आने वाले दिनों में कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारियां हो सकती है। इसी क्रम में आगे आने वाले समय मे भी बहुत कुछ घटना क्रम घटित होने की संभावनाओं से इनकार नही किया जा सकता है।
फिलहाल अब वहां शाहबाज़ सरकार का गठन हो चुका है और नए मंत्री मंडल का विस्तार भी हो चुका है देखना यह है कि वह अब भारत के प्रति कैसा रुख अखित्यार करता है ?