आप आश्चर्यचकित मत होइएगा, अगर आप को इस परिवार के किसी बच्चे की भूख से हुई मौत की खबर मिले तो
समाज के प्रोग्रेसिव व जिम्मेदार नागरिकों ने पूजा व उसके चार बच्चों की मदद के लिए बढ़ाया हाथ
सौरभ श्रीवास्तव
लखनऊ 7 नवंबर। राजधानी लखनऊ के बंथरा गांव में राशन के अभाव में चार बच्चों सहित भूख के कारण जीवन व मौत से सघर्ष करने वाली अनुसूचित जनजाति की महिला पूजा को समाज के प्रोग्रेसिव व जिम्मेदार नागरिकों ने उसकी मदद के लिए बढ़ाया हाथ है समाज के सवेंदनशील लोग पूजा के घर जाकर उसको खाना पीना और थोड़ी आर्थिक मदद भी कर रहे है लेकिन सरकार के जिम्मेदार अधिकारियों की जानकारी में बात होने के बाद भी कोई पूजा की मदद को नहीं आया इस बात का नागरिको को मलाल है।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश विधानसभा से महज 25 किलोमीटर दूर लखनऊ के सरोजनीनगर ब्लाक के बंथरा गांव की रहने वाली है। पूजा जब चार माह की गर्भवती थी तब उनका पति उन्हें छोड़कर कही चला गया। पूजा कूड़ा बीनकर अपना और अपने बच्चों का पेट पालती है। पिछले तीन दिनों से पूजा और उसके एक माह के बच्चे नैना की तबीयत बहुत खराब थी। जिसके वजह से वह कूड़ा बीनने नहीं जा पा रही थी। जिसके कारण उसके घर में तीन दिनों से चूल्हा नहीं जल रहा था। पूजा के झोपड़ी मे राशन का एक भी दाना नही था जिसके कारण पूजा अपने चार बच्चों के साथ तीन दिनों से अपने और बच्चो को पानी पिलाकर जी रही थी।
मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को ट्वीट
मानवाधिकार कार्यकर्ता अमित ने पूजा की हालत और उसके सघर्ष करने की तस्वीर मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को ट्वीट सूचना त्तकाल मदद की अपील की और ह्वाट्सएप,मेल पर लिखित भी सूचना देते हुए कहा कि आप आश्चर्यचकित मत होइएगा अगर आप को इस परिवार के किसी बच्चे की भूख से हुई मौत की खबर मिले तो।
जिलाधिकारी बोले
जिस पर जिलाधिकारी ने जवाब देते हुए कहां कि आचार संघिता लगें होने के कारण मै कोई आर्डर नहीं कर सकता। पूजा को कोटेदार से राशन दिलाने की बात कहते हुए कहा कि आप लोग जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य निभाये और उस परिवार को भोजन पानी की व्यवस्था करें।
लेकिन जिलाधिकारी के कहने के बाद भी पूजा के घर में कोटेदार का राशन नहीं पहुंचा था।
सोशल मीडिया के जरिए मिल रही है मदद
तीन दिनो से चार बच्चों सहित पूजा की भूख से लडने की सघर्ष की तस्वीर सोशल मीडिया पर आने के बाद ही समाज के जागरूक सामाजिक व्यक्ति श्री सुभाष चंद्र कुशवाहा जी,श्री संजोग वाल्टर जी ,दीपक डेनियल जी, संजय गुप्ता जी ने पूजा और उसके बच्चों को राशन,कपडे़,फल और दवा इलाज के लिए आथिर्क मदद कर समाज में इंंसानियत को कायम रखते हुए पूजा व उसके परिवार की जान बचाई।
मानवाधिकार कार्यकर्ता अमित और सहयोग करने वाले सामाज के जागरूक व सामाजिक व्यक्तियों ने तय किया है कि पूजा के बच्चों को शिक्षा और आवास सहित मूलभूत सुविधाओं के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का पूरा प्रयास किया जायेगा ताकि पूजा अपने बच्चों के साथ सम्मान जनक गरिमामय जीवन जी सकें।
मीडिया में खबर आने के बाद देर रात जागा प्रशासन
सोशल मीडिया और मीडिया में खबर आने के बाद देर रात प्रशासन जागा और पूजा की मदद के लिए कोटेदार ने देर रात उसके घर पर 37 किलो का राशन पंहुचा दिया लेकिन सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार कोटेदार ने इस राशन का पैसा भी पूजा से वसूल लिया था जो कि यह राशन उसे निशुल्क मिलना चाहिए था।
बताया जाता है कि पुलिस भी देर रात पूजा के घर पर पहुंची थी जिसके साथ ग्राम प्रधान भी था और पुलिस ने पूजा को मामले को मीडिया में न घसीटने की नसीहत भी दी और डराया धमकाया भी इस बात को लेकर पूजा बहुत डरी हुई है।
मामला मीडिया में आने के बाद आज प्रशासन के अधिकारियों ने पूजा कि मदद को तहसील बुलाया था लेकिन पूजा का कहना है कि मेरी और मेरे बच्चों कि तबियत ठीक नहीं है और मै इतनी दूर चलकर नहीं जा सकती।