मदरसों ने विरोध करते हुए सरकार से इस पर पुनर्विचार की मांग की
लखनऊ, 04 जनवरी। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी मान्यता प्राप्त मदरसों के लिए नए साल में छुट्टियों की संख्या घटा दी है। मदरसों ने इसका विरोध करते हुए सरकार से इस पर फिर से विचार करने की मांग की है, वहीं सरकार ने इसे छात्र हित में उठाया गया कदम बताया है।
मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता की ओर से जारी कैलेंडर में दीपावली, दशहरा, महानवमी, महावीर जयंती, बुद्धपूर्णिमा, रक्षाबंधन और क्रिसमस की छुट्टियां बढ़ाई गई हैं, वहीं, रमजान के दिनों में दी जाने वाली 46 दिन की छुट्टियों की संख्या घटाकर 42 कर दी गई है। इसके अलावा मदरसों के प्रबंधकों के विवेकाधीन 10 छुट्टियों को खत्म कर दिया गया है. सरकार ने पिछले साल के मुकाबले मदरसों में छुट्टियों के अवसर 17 से बढ़ाकर 25 कर दिए हैं, लेकिन 10 दिन की विवेकाधीन छुट्टियां घटा दी हैं।
पिछले साल जहां मदरसों में कुल 92 छुट्टियों की व्यवस्था थी, वहीं इस साल इनकी संख्या 86 ही रहेगी। प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने मदरसों में छुट्टियां घटाये जाने के बारे में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि सभी शिक्षण संस्थाओं के छात्र अपने महापुरुषों के बारे में जानें, इसलिये सभी शिक्षा परिषदों और विश्वविद्यालयों में महान विभूतियों की जयंती अथवा पुण्यतिथि पर दी जाने वाली छुट्टियां रद्द की गई हैं। इस बीच टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया ने मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर छुट्टियों में कटौती पर पुनर्विचार की मांग की है।