नई दिल्ली, 03 जनवरी, 2020: सीएए के विरोध में मची देश में अराजकता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो CAA के खिलाफ हैं वे पाकिस्तान के अत्याचारों के खिलाफ क्यों नहीं बोल रहे हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री तुमकुरु में गुरुवार को सिद्धगंगा मठ के समारोह में छात्रों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीएए का विरोध करना संसद और संविधान की मुखालफत करना है। उन्होंने कांग्रेस और उसके समर्थित दलों को चुनौती देते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो कांग्रेस और उसके सहयोगी पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करें‚ जहां हर धर्म के अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं।
कांग्रेस ने दिया जवाब: पाकिस्तान को जवाब ही देना है तो बिरयानी और आम का खेल बंद कीजिए
‘पाकिस्तान को जवाब देना है तो बंद करें बिरयानी‚ आम का खेल‘: भाजपा के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि‚ ‘मोदीजी‚ ये आंदोलन संसद नहीं‚ आपके विभाजनकारी कारनामों के खिलाफ हो रहा है। हम आपको देश नहीं तोड़ने देंगे। रही बात पाकिस्तान की‚ तो इसी हिंदुस्तान ने 1947‚ 65‚ 71‚ करगिल में जो घाव उसे दिए हैं‚ वो अब तक नहीं उबर पाया। पाकिस्तान को जवाब ही देना है तो बिरयानी और आम का खेल बंद कीजिए।’
पाकिस्तान से भागने वाले हिंदुओं‚ ईसाइयों और सिखों को भारत उनके भाग्य पर नहीं छोड़़ सकता: प्रधानमंत्री
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से भागने वाले हिंदुओं‚ ईसाइयों और सिखों को भारत उनके भाग्य पर नहीं छोड़़ सकता। उनकी रक्षा करना देश की जिम्मेदारी है। मोदी ने कहा कि सीएए विशेष तौर पर पाकिस्तान में दलितों और आदिवासियों की रक्षा करने का है। कांग्रेस और उसके सहयोगी पाकिस्तान में क्रूर व्यवहार और प्रताड़़ना झेलने वालों को राहत देने के खिलाफ हैं।