मप्र के दो शहर टॉप टेन में शामिल
नई दिल्ली, 13 अगस्त 2018: भारत में रहने के मामले में अव्वल शहरों की सूची सोमवार को जारी की गई। इस सूची में सबसे बेहतरीन शहर पुणे को माना गया, वहीं राजधानी दिल्ली 65वें नंबर पर है। केंद्रीय शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी जीवन सुगमता सूचकांक (लिवेबिलिटी इंडेक्स) में नवी मुंबई और ग्रेटर मुंबई क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे। रहने लायक टॉप 10 शहरों में महाराष्ट्र के तीन शहर शामिल हैं। जबकि चौकानें वाली बात यह हैं कि बड़े शहरों के मामले में अव्वल उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु का कोई भी शहर टॉप 10 में जगह नहीं बना सका।
मंत्रालय ने 111 बड़े शहरों के बारे में जारी इस सूची में राजधानी दिल्ली काफी पिछड़ गई। बता दें कि इस साल दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर काफी बवाल मचा था। टॉप 10 शहरों में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजधानियों को जगह मिली है। उत्तरप्रदेश का रामपुर शहर इस सूची में सबसे अंतिम पायदान पर है। टॉप 10 शहरों की सूची में चौथे नंबर पर तिरुपति, पांचवें नंबर पर चंडीगढ़, छठे नंबर पर ठाणे, 7वें नंबर पर रायपुर, आठवें नंबर पर इंदौर, नौवें नंबर पर विजयवाड़ा और दसवें नंबर पर भोपाल है। यह सर्वेक्षण देश के 111 शहरों में किया गया।
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि जीवन सुगमता सूचकांक चार मानदंडों-शासन, सामाजिक संस्थाओं, आर्थिक एवं भौतिक अवसंरचना पर आधारित है। चेन्नई को 14वां और नई दिल्ली को 65वां स्थान मिला है। केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कोलकाता ने सर्वेक्षण में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि पहले 116 शहरों को इसमें शामिल करने की योजना थी। इसमें सभी 100 स्मार्ट शहरों और वैसे शहर जिनकी आबादी 10 लाख से ज्यादा थी उस इसमें शामिल किया गया।
हावड़ा, न्यू टाउन कोलकाता और दुर्गापुर ने इस सर्वे में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। नया रायपुर और अमरावती सर्वे के पैरामीटर में फिट नहीं बैठे क्योंकि ये ग्रीनफील्ड सिटी हैं। सर्वे में शहरों को 100 अंकों के जरिए 15 कैटिगरी और 78 मानकों पर कसा गया। संस्थानिक और सोशल पैरामीटर के 25-25 अंक निर्धारित थे। सबसे ज्यादा नंबर फिजिकल पैरामीटर के थे और 5 अंक इकनॉमिक पैरामीटर के थे।