डॉ दिलीप अग्निहोत्री




परियोजना से आच्छादित क्षेत्रों का सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे विभिन्न उद्योगों की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में सहायक होगा। एक्सप्रेस-वे के निकट इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान आदि की स्थापना हेतु भी अवसर उपलब्ध होंगे। एक्सप्रेस वे के निर्माण में बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पर्यटन विकास को बल मिलेगा एवं विकास से वंचित इस क्षेत्र का सर्वांगीण एवं बहुमुखी विकास सम्भव हो सकेगा। मंत्रिमंडल ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे परियोजना के दो पैकेजों के इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेन्ट एण्ड कन्सट्रक्शन पद्वति पर क्रियान्वयन हेतु निर्माणकर्ताओं के चयन के लिए तैयार किये गये।


आरएफक्यूकम आरएफपी बिड अभिलेख को अनुमोदित कर दिया है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से गोरखपुर तथा आस-पास के जनपदों के लिए प्रदेश की राजधानी तथा पूर्वान्चल एक्सप्रेस वे, आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे एवं यमुना एक्सप्रेस वे के माध्यम से देश की राजधानी तक त्वरित गति की सुगम यातायात सुविधा उपलब्ध होगी। परियोजना से आच्छादित क्षेत्रों का सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेस-वे आच्छादित क्षेत्रों में विभिन्न उत्पादक इकाइयों, विकास केन्द्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को प्रदेश की राजधानी एवं राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक औद्योगिक काॅरिडोर के रूप में सहायक होगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे हैण्डलूम उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, कोल्ड स्टोरेज, भण्डारण गृह, मण्डी तथा दुग्ध आधारित उद्योगों आदि की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में सहायक होगा।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निकट इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान आदि की स्थापना हेतु भी अवसर उपलब्ध होंगे। प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण से परियोजना आच्छादित क्षेत्रों के पर्यटन विकास को बल मिलेगा एवं विकास से वंचित प्रदेश के इन पूर्वी क्षेत्रों में सर्वांगीण एवं बहुमुखी विकास सम्भव हो सकेगा। इसके अलावा मंत्रिमंडल ने डाॅ भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ में बोटैनिकल गार्डन और योग केन्द्र की स्थापना का निर्णय लिया गया।