डॉ दिलीप अग्निहोत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोद्धन में कश्मीर में विकास और कल्याण के नए युग का संकल्प लिया। इतना ही नही कश्मीर के लोगों की कठि नाई में पूरे देश का आह्वान किया। विश्वास व्यक्त किया कि ईद मनाने के लिए सरकार पर्याप्त सुविधा का माहौल बनायेगीं। कश्मीर हमारे देश का मुकुट है। इसे सुखी और सम्पन्न बनाया जाएगा। अनुच्छेद तीन सौ सत्तर ने यहां के लोगों को अधिकार से वंचित रखा। अलगाववादी आंदोलन से बहुत नुकसान हुआ है। अब शांति और खुशहाली आएगी। सब लोग मिलकर दुनिया को दिखा दें कि नए भारत के साथ नया कश्मीर बनेगा।
अनुच्छेद तीन सौ सत्तर के हटने से नए युग का सूत्रपात हुआ। कोई यह नहीं बताता था कि तीन सौ सत्तर से क्या हासिल हुआ। आमजन को कुछ नहीं मिला। इसके विपरीत तीन परिवारों और अलगाववादियों को लाभ हुआ। पूरे प्रदेश का विकास नहीं हो सका। जम्मू व लद्दाख के लोग अधिकारों से वंचित थे। अब उनको अधिकार मिला। अनेक कल्याणकरी कानूनों को अब यहां लागू किया जाएगा। यहां के सरकारी कर्मचारियों, पुलिस कर्मियों को अधिकार दिए जाएंगे।
भर्ती अभियान चलाकर स्थानीय युवकों को रोजगार दिया जाएगा। राज्यपाल शासन में सुशासन लागू हुआ। कागज की योजनाओं को जमीन पर उतारा जयेगा। अल्प अवधि में नई कार्यसंस्कृति विकसित हुई। शिक्षा, रेल लाइन, भरस्टाचार निवारण, आदि के क्षेत्र में कार्य तेज किया जाएगा। अब तक मताधिकार से वंचित यहां के लोगों को मताधिकार दिया जाएगा। ब्लाक डेवलपमेंट काउंसिल बनेगी। प्रत्येक घर में बिजली पहुंचाई जाएगी।
सरदार पटेल, अंबेडकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सामना पूरा हुआ। सरकारे देश के कल्याण हेतु कानून बनाती है। संसद में इस पर चर्चा होती है। लेकिन संसद का बना कानून जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होता था। जम्मू कश्मीर के बच्चों , बेटियों, सफाई कर्मचारी, दलितों, पिछड़ों ,अल्पसंख्यकों, श्रमिको को अधिकारों से वंचित रखा गया। इसके नकारात्मक प्रभाव से यह क्षेत्र वापस निकलेगा। यहां के राजस्व घाटे से निपटने हेतु केंद्र सहयोग करेगा।
जम्मू कश्मीर के जनप्रतिनिधि वहीं से निर्वाचित होंगे, विधानसभा ,मंत्री मुख्यमंत्री होंगे। विकास का नया युग शुरू होगा। आने वाले समय मे चुनाव होंगे, पारदर्शी वातावरण में चुनाव होंगे। परास्त होगा अलगाववाद। विकास होगा। दशकों के अलगाववाद ने यहां के युवकों को नेतृत्व का अवसर नहीं मिला। अब उन्हें अवसर मिलेगा।
यहां पर्यटन की अपार संभावना है। पहले फिल्मी शूटिंग यहां होती है। स्थिति समय होगी तो ऐसा फिर होगा। देश की सभी फ़िल्म इंडस्ट्री यहां निवेश करेंगी। तकनीक का विकास होगा। इससे आजीविका के अवसर बढ़ेंगे। वह विभिन्न क्षेत्रो में अपना हुनर दिखा सकेंगे। केशर, शॉल, आदि का प्रसार पूरी दुनिया में होगा। कम आक्सीजन वाले क्षेत्र में लोगों को राहत देने वाला पौधा पूरी दुनिया मे होगा। यह एक उदाहरण है, ऐसे अनेक हर्बल पौधों की भरमार। सौर ऊर्जा के मामले में विकास की बड़ी संभावना है। ढांचागत विकास किया जाएगा।