जिला प्रोबेशन कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक गौरव सिंह को शनिवार को निलम्बित कर दिया है। कनिष्ठ लिपिक पर चार करोड़, 83 लाख, 99 हजार रुपये के भुगतान में गड़बड़ी करने का आरोप है। यह आदेश प्रोबेशन कार्यालय के निदेशक मनोज कुमार राय ने जारी किया।
कनिष्ठ लिपिक गौरव सिंह 28 महीने का कैशबुक रिकार्ड अपडेट नहीं किया था। बगैर अपडेड किये ही 4 करोड़ 83 लाख 99 हजार का भुगतान कर दिया। स्टेशनरी क्रय में भी हेराफेरी का आरोप के साथ विभागीय लापरवाही में लिप्त थे। उन्हे निलंबित करने के बाद उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी गोरखपुर स्थित कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
निदेशक मनोज कुमार राय ने बताया कि निलंबन की कार्रवाई के बाद शासन को पत्र भेज दिया गया है। यह लिपिक नौकरी लगवाने के नाम पर धन ऐंठने के चलते सुर्खियों में आया था। जिलाधिकारी बस्ती ने जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। आरोपी गौरव सिंह ने बहन और माँ के खाते में रकम जमा किये थे, जिसकी जांच में पुष्टि हुई थी। इसके बाद मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया था।