डॉ दिलीप अग्निहोत्री


रिपोर्ट बनाने के लिए निरन्तर प्रयास करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लिए निर्धारित सोलह एसडीजी लक्ष्यों, जिनमें नो पावर्टी ग्राम्य विकास, जीरो हंगर कृषि, गुड हेल्थ एण्ड वेल बींग चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, क्वालिटी एजुकेशन माध्यमिक शिक्षा, जेण्डर इक्वालिटी महिला कल्याण, क्लीन वाॅटर एण्ड सैनीटेशन सिंचाई एफोर्डेबल एण्ड क्लीन इनर्जी ऊर्जा, डीसेण्ट वर्क एण्ड इकोनाॅमिक ग्रोथ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग, इण्डस्ट्री इनोवेशन एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर औद्योगिक विकास, रिड्यूस्ड इनइक्वालिटीज समाज कल्याण, सस्टेनेबल सिटीज एण्ड कम्युनिटीज नगर विकास, रिस्पाॅन्सिबल कन्जम्पशन एण्ड प्रोडक्शन पर्यावरण, क्लाइमेट एक्शन पर्यावरण, लाइफ आॅन लैण्ड वन, पीस जस्टिस एण्ड स्ट्राॅन्ग इंस्टीट्यूशंस गृह तथा पार्टनरशिप्स आॅफ गोल्स वित्त की विस्तृत समीक्षा की।


इन एसडीजी के नोडल विभागों के विभागाध्यक्षों से जानकारी प्राप्त की। इनमें ग्राम्य विकास, कृषि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, माध्यमिक शिक्षा, महिला कल्याण, सिंचाई, ऊर्जा, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग, औद्योगिक विकास, नगर विकास, समाज कल्याण, पर्यावरण, वन, वित्त, पंचायती राज एवं गृह सम्मिलित हैं। निर्देश दिए कि सभी नोडल विभाग स्वयं से लिंक्ड विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सतत् विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए परिणामपरक कार्य करें।
सभी सम्बन्धित विभाग कार्ययोजना बनाकर सतत् विकास के लक्ष्यों को समयबद्धता के साथ प्राप्त करने की कार्रवाई करें। सभी सम्बन्धित विभागों द्वारा उपलब्ध करायी गयी रिपोर्टों का प्रकाशन छोटी और बड़ी आकार की बुकलेट में किया जाएगा। इनका वितरण जनप्रतिनिधियों में सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि वे अपने अपने चुनाव क्षेत्रों में सतत विकास के इन लक्ष्यों के तहत नोडल विभागों तथा अन्य सम्बन्धित विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्यों की प्रगति का आंकलन कर सकें।
उन्होंने नियोजन विभाग को नोडल व सम्बन्धित विभागों द्वारा उपलब्ध करायी जा रही रिपोर्टों की माॅनीटरिंग करने के निर्देश दिए। सतत् विकास के लक्ष्यों के तहत निर्धारित स्वच्छता के लक्ष्य में शौचालय निर्माण, विद्युतीकरण में सौभाग्य योजना ऊर्जा व उज्ज्वला योजना तथा अन्य कई लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए वर्तमान राज्य सरकार द्वारा पहले से ही प्रयास किए जा रहे हैं। इनमें काफी सफलता भी मिली है। विकास के लक्ष्यों का लाभ वंचित वर्गों तक पहुंचाने के उद्देश्य से तकनीक का प्रयोग किया जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि सतत् विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति गुणवत्तापरक होनी चाहिए, तभी समाज को इनका लाभ मिलेगा। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने शांतिपूर्ण एवं समावेशी संस्थाओं के निर्माण के सम्बन्ध में गृह विभाग की भूमिका का उल्लेख किया।