करुणा की एक प्रेरणादायक कहानी : माँ का दूध बच्चे का अधिकार
मुंबई : हाल ही में कौन बनेगा करोड़पति के एक एपिसोड में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने डेयरी इंडस्ट्री की कड़वी सच्चाई सुनकर कहा, “आपने मेरी आँखें खोल दीं। घर जाकर आज मैं परेशान होऊँगा।” यह पल लाखों दर्शकों के लिए एक बड़ा संदेश बन गया।
कंटेस्टेंट सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि वे 7 साल से वेगन हैं। उन्होंने स्पष्ट किया: “दूध केवल बछड़े के लिए बनता है। कोई प्रजाति जीवनभर लगातार गर्भवती नहीं रह सकती – गायों को कृत्रिम गर्भाधान कराया जाता है। मुझे यह नैतिक नहीं लगता।”

अमिताभ जी की यह प्रतिक्रिया दिखाती है कि करुणा की भावना हर दिल में छिपी होती है – बस कभी-कभी उसे जगाने की जरूरत पड़ती है। डेयरी इंडस्ट्री में माँ गाय को बार-बार गर्भवती किया जाता है, उसके नवजात बच्चे को जन्म के तुरंत बाद अलग कर लिया जाता है, ताकि दूध इंसानों के लिए निकाला जा सके। यह माँ और बच्चे दोनों के लिए गहरा दर्द है।
लेकिन अच्छी खबर यह है कि बदलाव हो रहा है। भारत में हजारों लोग वेगन लाइफस्टाइल अपना रहे हैं उनमें आलिया भट्ट, अनुष्का शर्मा, आमिर खान जैसे सितारे भी करुणा का संदेश फैला रहे हैं।
और सबसे सुंदर दृश्य तो भारत के गौशालाओं और सैंक्चुअरी में देखने को मिलता है, जहाँ बचाई गई गायें अपने बछड़ों के साथ आजाद और खुशहाल जीवन जी रही हैं – माँ का दूध माँ के बच्चे को मिल रहा है, जैसा प्रकृति ने चाहा है।
यह छोटा-सा बदलाव प्लांट-बेस्ड मिल्क, दही, पनीर चुनना न सिर्फ जानवरों की पीड़ा कम करता है, बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए भी बेहतर है। अमिताभ जी जैसे दिग्गज का यह पल हमें याद दिलाता है: करुणा चुनना कभी देर नहीं होती। आज से एक कदम उठाएँ – दर्द से नहीं, प्यार से भरा भोजन चुनें।






