लखनऊ 23 मई। डाकिया डाक लाया…… घर-घर, गांव-गांव, डाकिया के साइकिल की घंटी और मीठी सी आवाज- ‘डाक वाला’, न जाने कितने ही चेहरों पर मुस्कान बिखेर देती थी। डिजिटल दुनिया में आज यह आवाज भले ही गुम हो गई हो लेकिन, अब जल्द ही एक नए कलेवर में डाकिये आपके दरवाजे सुविधाएं लेकर आएंगे। डाक विभाग, दूर दराज के ग्रामीण इलाकों और शहरों को डिजीटल करने की तैयारी में है। इसमें डाकिया की मदद से ‘आपका बैंक, आपके द्वार’ तक होगा।
इसके तहत उपभोक्ता अपने घर के बिजली का बिल, मोबाइल बिल, पैसा ट्रांसफर, पानी का बिल आदि जमा कर सकेंगे। यह सब संभव होगा, मोबाइल-एप से। डाक विभाग का डाकिया अब संदेशों वाली चिट्ठियों के साथ मोबाइल-एप की सुविधा भी घर तक पहुंचाएगा।
इंडियन पोस्ट पेमेन्ट बैंक(आईपीपीबी) एक ऐसी सुविधा है जिसमें कोई भी उपभोक्ता अपने अकाउंट खुलवा सकता है।
इसकी लिमिट एक लाख रुपये होगी। इसमें उपभोक्ता को चार फीसदी ब्याज भी मिलेगा। साथ ही सभी तरह के बिलों का भुगतान और लेन-देन संबंधी कार्य कर सकेगा। डाक विभाग के डाकिया अब थंब इम्प्रेशन वाली मशीन और मोबाइल लेकर घूमते नजर आएगें। इसके लिए डाकिया की ट्रेनिंग देने का काम शुरू हो गया है। अधिकांश शहरों में इसकी ट्रेनिंग भी हो गई है।
अब डाकिया चिट्ठी के साथ मोबाइल लेकर पहुंचेंगे। जिससे घर बैठे आप एप के जरिए ऑनलाइन सारा काम हो सकेगा। आप अपने इलाके के डाकिये को फोन करके घर बुला सकेंगे। जितेंद्र गुप्ता, पोस्ट मास्टर जनरल ने बताया कि डाकियों की ट्रेनिंग अधिकांश शहरों में चल रही है। जून महीने से आईपीपीबी की शुरुआत के बाद डाकिया थंब इम्प्रेशन वाली मशीन और मोबाइल-एप लेकर घरों तक पहुंचेंगे, जिससे आपका बैंक, आपके द्वार तक होगा।