मुंबई, 30 अगस्त 2018: रुपए में गिरावट का कारण मार्किट एक्सपर्ट ग्लोबल ट्रेड वार के साथ क्रूड ऑयल के बढ़ते दामों में तेजी को बताया है। डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को अब तक के सबसे निचले स्तर यानी 77.59 पर बंद हुआ। यह पहली बार है जब रुपये ने 77.50 के स्तर को पार किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक्सपर्ट का मानना है कि बैंकों और इंपोर्टे से डॉलर की ज्यादा डिमांड और क्रुड में तेजी के चलते रुपए पर दबाव बना है। जिसके चलते कृपया कारोबार के आरंभ में टूटकर खुला फिर गिरता चला गया।
करेंसी मार्केट के एक्सपर्ट बी चंद्रशेखर का कहना है कि रुपए में गिरावट के कारण दाम में तेजी हैं। अमेरिका और मेक्सिको में जो डील हुई है उससे यह मैसेज जा रहा है कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर बढ़ सकती है। भारत जैसे देशों किसी भी हालत में कच्चे तेल का इंपोर्ट करना पड़ता है। इससे डिमांड बढ़ेगी।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का दौर शुरू हो गया। मार्केट में डालने का विकल्प एक सीमा तक ही डाला जा सकता है। इन सब कारणों से रुपए पर दबाव बना हुआ है। ऐसे में रुपए गिरावट को रोकना मुश्किल लग रहा है। इधर के मामलों के जानकार का कहना है कि इस वक्त करेंसी मार्केट में डॉलर की तुलना में सभी देशों की करेंसी पर दबाव है। उनका कहना निश्चित तौर पर कोशिश करेंगे कृपया ज्यादा न गिरकर एक तर्कसंगत स्तर पर बना रहे।