उपभोक्ता परिषद के वेबीनार में एक संविदा कर्मी ने रखा अपना दर्द कहा, कम वेतन मिलता है लंबी लाइनों पर ब्रेकडाउन में जाते हैं तेल नहीं मिलता इसलिए न चाह कर भी उपभोक्ताओं के सामने फैलाना पड़ता है हाथ और करना पडता अनुचित धन की मांग
लखनऊ, 17 फरवरी: उत्तर प्रदेश राज विद्युत उपभोक्ता परिषद के प्रादेशिक साप्ताहिक वेबीनार में यह मामला उठा कि जिस प्रकार से उनके भार को बढाने का अभियान चलता है उसी प्रकार से सिस्टम को और जर्जर लाइनों को दुरुस्त करने का भी अभियान चलाया जाए। और सिस्टम का अपग्रेडेशन भी उपभोक्ताओं के भार के अनुपात में की जाए।
संविदाकर्मी का छलका दर्द कहा लाइनों पर चढा देते हैं नहीं देते हैं सेफ्टी उपकरण:
वही एक अन्य मामले में वेबीनार में जनपद बलिया से जुडे एक संविदा कर्मी ने वेबीनार में अपनी पीडा रखते हुए अनुरोध किया, उसने कहा मैं उपभोक्ता परिषद के प्लेटफार्म पर कुछ सच्चाई रखना चाहता हूं ग्रामीण क्षेत्र में बडे पैमाने पर संविदा कर्मी उपभोक्ताओं से बिना पैसा लिए उनकी ब्रेकडाउन सहित अन्य विद्युत व्यवधान को ठीक नहीं करते की शिकायत रहती है और ज्यादातर सही भी है पर मेेरा दर्द कौन सुनेगा आगे कहा की प्रदेश की बिजली कंपनियों में हम सभी कार्यरत संविदा कर्मी बहुत कम वेतन पाते हैं ।
ग्रामीण क्षेत्र में फीडर 15 से 20 किलोमीटर लंबा होता है ब्रेकडाउन होने पर हमें भेजा जाता है आज के युग में जब हम मोटरसाइकिल से जाते हैं क्योंकि साइकिल से संभव नहीं ब्रेकडाउन ठीक करते हैं उपभोक्ता के सामने हाथ इसलिए फैलाते हैं और उनसे कुछ अनुचित धन की मांग करते हैं क्योंकि हमारा वेतन बहुत कम होता है हम क्या खायेंगे और उसी में कहां से परिवार पालेंगे गाडी में तेल की बात तो बहुत दूर यदि हमें एक आवश्यकता के अनुसार समान काम समान वेतन की तरह परिवार चलाने के लिए अच्छी सैलरी मिल जाए तो हम उपभोक्ताओं के सामने हाथ नहीं फैलाएंगे और ना ही हम उनसे कोई भी अनुचित धन की मांग करेंगे हमारे इस दर्द को उपभोक्ता परिषद जरूर उठाएं।
वेबीनार में शामिल सभी विद्युत उपभोक्ताओं ने उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष से यह मांग उठाई कि आज उनके मुद्दे पर जरूर बात होनी चाहिए और क्योंकि या हम सब की सेवा करते हैं उनके मुद्दे को उठाया जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि संविदाकर्मी की मांग जायज है उन्होंने कहा कि उसके माध्यम से उठाई गई पूरे प्रदेश के संविदा कर्मियों की इस पीडा को पावर कार्पोरेशन प्रबंधन प्रदेश के माननीय ऊर्जा मंत्री सहित उचित फोरम पर उठाएंगे और न्याय करने की मांग करेंगे।
उपभोक्ता परिषद ने कहा कि विद्युत दुर्घटना के मामले में बिजली कंपनियां गंभीर नहीं हैं आज भी संविदा कर्मियों को जो खंबे पर काम करते हैं उन्हें सेफ्टी के उपकरण मुहैया नहीं कराए जाते और जिसका नतीजा है बडे पैमाने पर विद्युत दुर्घटनाएं होती है ऐसे में विद्युत दुर्घटना को रोकने के लिए जो लोग खंबे और बिजली लाइन पर काम करते हैं उन्हें सेफ्टी के उपकरण दिए जाएं ।