अमेरिका की नई सरकार बांग्लादेश के मामले में दखल देने के मूड में नहीं है
नई दिल्ली: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका गए तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जब बांग्लादेश को लेकर सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि मैंने पीएम नरेंद्र मोदी को फ्रीहैंड दिया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश पर पीएम मोदी फैसला ले सकते हैं। लेकिन अब मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश को एक और करारा झटका देते हुए डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने 29 मिलियन के फंड को भी रद्द कर दिया है। अब तक यह फंड बांग्लादेश को दिया जाता था। इस फंड को खत्म करने का फैसला एलन मस्क के नेतृत्व वाले डॉज ने लिया है। इस फंडिंग को लेकर काफी विवाद भी हो रहा था और कहा जा रहा था कि बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने में इसकी बड़ी भूमिका थी।
रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप प्रशासन ने इस फैसले की जानकारी ट्वीट के माध्यम से दी है। इस ट्वीट में बताया गया है कि भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए भी 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग की गई थी। इसे भी रद्द किया गया है। इसको लेकर विवाद भी तेज है और भाजपा ने विपक्ष पर हमला बोला है।
ट्वीट में कहा कि बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिति मजबूत करने के लिए 29 मिलियन डॉलर की फंडिंग का फैसला हुआ था, जिसे रोका जा रहा है। यह फंडिंग युनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डिवेलपमेंट यानी यूसैड और ब्रिटेन के डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल डिवेलपमेंट की ओर से जा रही थी। इस फंडिंग पर रोक लगने को मोहम्मद यूनुस के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि बांग्लादेश की मौजूदा सरकार भारत के साथ भी अच्छे रिश्ते रखने की हिमायती नहीं है बल्कि पाकिस्तान के करीब जा रही है। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप का यह कहना कि बांग्लादेश के मामलों में पीएम नरेंद्र मोदी फैसले ले सकते हैं, अहम बात है। इससे भारत की ताकत का अंदाजा लगता है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत लंबे समय से बांग्लादेश के मामले को देख रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पर बांग्लादेश के मामले को छोड़ रहा हूं।
साफ है कि अमेरिका की नई सरकार बांग्लादेश के मामले में दखल देने के मूड में नहीं है। इसके अलावा मदद का भी कोई इरादा नहीं है। इस तरह भले ही मोहम्मद यूनुस ने पाकिस्तान के साथ दोस्ती गांठी है, लेकिन अमेरिका जैसे मजबूत मुल्क ने उनसे दूरी बनाने का फैसला लिया है।