- अर्थव्यवस्था में सुधार लाने की जरूरत है और इसके लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए
- क्षेत्रों में हर तीसरा युवा बेरोजगार और शिक्षित वर्ग को जबरदस्त बेरोजगारी का कर रही सामना
नई दिल्ली,18 अक्टूबर 2019: क्या वाकई देश आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है या फिर विपक्ष की ओर से मोदी सरकार को बदनाम करने की हवा उड़ाई जा रही है। लेकिन इस दावे को मजबूती तब और मिली जब पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा है कि मोदी सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों तथा अक्षमता के कारण देश आर्थिक मंदी के संकट में फंस गया है। उन्होंने कहा कि लोगों की उम्मीद धूमिल हुई है और उनका भविष्य अंधकारमय दिखायी देता है।
डॉ. मनमोहन सिंह ने गुरुवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा कि देश में मंदी के चलते ही चीन से आयात तेजी से बढ़ा है। इस अवधि में आयात 1:22 लाख करोड़ रपए बढ़ा है। देश में निवेश नहीं हो रहा है जिसके कारण रोजगार का संकट बढ़ रहा है और युवा कम पैसे में काम करने को मजबूर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में निराशा का माहौल और बेरोजगारी लोगों को भटकने के लिए मजबूर कर रही है।