लखनऊ, 04 नवम्बर 2019: उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया के निर्देश पर राजधानी लखनऊ के परिवहन निगम मुख्यालय में तीन वर्षों या उससे अधिक समय से तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को हटाने की तैयारी है। ताकि सभी पर समान रूप से तबादला नीति लागू हो सके।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (रोडवेज) के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने तीन वर्ष या उससे अधिक समय से मुख्यालय में जमे अधिकारियों और कर्मचारियों को हटाने का निर्देश दिया है। इसलिए एक ही पद पर वर्षों से कब्जा जमाए अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची बनाई जा रही है ताकि उन्हें दूसरी जगह तैनात किया जा सके।
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि तीन या उससे अधिक वर्षों से परिवहन निगम मुख्यालय में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की रिपोर्ट परिवहन मंत्री ने 15 नवम्बर तक मांगी है। इसलिए अब परिवहन निगम मुख्यालय में वर्षों से जमे अफसर परिवहन मंत्री के रडार पर आ गए हैं।
दरअसल, परिवहन निगम मुख्यालय में एक ही पद पर वर्षों से कब्जा जमाए अधिकारियों और कर्मचारियों की लम्बी सूची है। इसमें सबसे अहम परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर के स्टाफ के अधिकारी हैं जो अनुभवी होने के बावजूद निगम मुख्यालय में वर्षों से डटे हैं। इसके अलावा ऐसे भी अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची लम्बी है जो तबादले के डर से प्रमोशन नहीं लेते हैं। अब ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को चिन्हित कर तबादले की तैयारी की जा रही है। इससे परिवहन निगम मुख्यालय में खलबली मची हुई है।