लखनऊ। काकोरी इलाके में शुक्रवार सुबह एक विवाहिता ने मायके में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वो बीते अगस्त माह में मायके आई थी, जिसने डेढ़ माह पहले एक बेटी को जन्म दिया, लेकिन उसकी तुरन्त मौत हो गई। तब से विवाहिता से पति पर साथ ले चलने का दबाव बना रही थी, लेकिन उसने इससे इंकार कर दिया। शुक्रवार सुबह उसने पति को फोन किया और ससुराल आने के इच्छा जाहिर की। पति ने फिर इंकार कर दिया तो उन लोगों में कहासुनी हो गई। इसके बाद वो छत पर गई और टीन शेड के एंगल से दुपट्टे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। वो काफी देर तक नही आई तो पिता छत पर पहुंचा। उसने बेटी को फंदे से लटका देख शोर मचाया तो पड़ोसी आ गए। हड़कंप मचा तो पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामे की कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
काकोरी के बुधड़िया गांव में रहने वाले किसान रूपचन्द्र यादव ने फरवरी 2015 में अपनी बेटी रूचि यादव (21) का विवाह मोहनलालगंज के गंगा खेड़ा में रहने वाले विपिन यादव के साथ की थी। शादी के बाद से विपिन ने परिजनों के साथ मिलने उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरु कर दिया। कई बार सूचना मिलने पर रूपचन्द्र ने बेटी की ससुराल जाकर सभी को समझाया लेकिन वो लोग अपनी हरकतों से बाज नही आए। बताया जाता है कि रूचि बीते अगस्त माह में रक्षा बंधन त्योहार पर मायके आ गए। वो गर्भवती थी, इसलिए मां ने उसे देखरेख के लिए वही रोंक लिया। डेढ़ माह पहले रूचि को प्रसव पीड़ा होने पर रूपचन्द्र ने काकोरी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया और इसकी सूचना विपिन व उसके परिजनों को दी। वो लोग अस्पताल पहुंचे, लेकिन जब उन्हे पता चला कि रूचि ने मृत बच्ची को जन्म दिया है, तो सभी लोग रफूचक्कर हो गए। रूचि की हालत सुधरी तो उसने पति को फोन कर ससुराल चलने की इच्छा जाहिर की। इस पर विपिन ने अपनी मांग पूरी न होने तक उसे साथ न ले चलने की बात कही।
इसको लेकर उसका अक्सर रूचि से विवाद भी होता रहता था। बताया जाता है कि शुक्रवार सुबह रूचि ने विपिन को फोन किया और फिर आकर साथ ले जाने को कहा। विपिन ने इससे इंकार कर दिया तो उन दोनों की फोन पर ही बहश हो गई। बाद में रूचि मकान की दूसरी मंजिल पर पहुंची और वहां पड़े टीन शेड के एंगल से दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा लिया। ऊधर काफी देर तक बेटी को न देख रूपचन्द्र उसे बुलाने छत पर पहुंचा तो वहां का नजारा देख उसके होश उड़ गए। बेटी का शव देख उसने शोर मचाया तो गांव में हड़कंप मच गया। इसकी भनक पुलिस को लगी तो काकोरी पुलिस नायब तहसीलदार मलिहाबाद संतोष राय को साथ लेकर बुधड़िया गांव पहुंची और शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।