भोजपुरी सिंगर पवन सिंह, हिंदी और भोजपुरी में धमाल मचाने के अब पंजाबी में गाना गाएंगे। भोजपुरी के एकमात्र इंटरनेशनल स्टार पवन सिंह बीते 25 सालों से भोजपुरी गायकी व अभिनय के सिरमौर बने हुए हैं। जिसके बाद उनकी दस्तक पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में भी हो रही है। जिस पर सबों की नज़र है।
गरीब परिवार में जन्मे:
बिहार के आरा जिले के जोकहरी में एक गरीब परिवार में जन्मे पवन सिंह का इस मुकाम तक पहुंचने की जर्नी बेहद संघर्ष वाली रही है। उन्हें गायकी अपने चाचा अजीत सिंह से विरासत में मिली, जो खुद भी अच्छे गायक हैं। मगर पवन ने इसे अपना करियर बना लिया और आज पवन के गाने लोग बेहद चाव से सुनते हैं और उनकी फिल्मों को बार – बार देखते हैं। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 2007 में ‘फिल्म रंगली चुनारिया तोहरे नाम’ से की और यहीं से उनके चाहने वालों ने उन्हें अपने पालकों पर बिठा लिया और उन्हें भोजपुरी का पावर स्टार बना दिया। हालांकि इससे पहले वो साल 1997 में अपनी गायकी का शुरुआत कर चुके थे और उनका पहला “ओढ़निया वाली” आग की तरह वायरल हुआ और उसके कैसेट बेहद तेजी से बिके। फिर क्या था, पवन सिंह ने एक के बाद एक हजारों गाने गाए और लोगों के दिलों पर राज करने लगे।
“लॉलीपॉप लागेलु” से अंतरास्ट्रीय पहचान मिली
इसी बीच पवन सिंह को उनका गाना “लॉलीपॉप लागेलु” से अंतरास्ट्रीय पहचान मिली, क्योंकि यह गीत हर भाषा के लोगों को झुमने पर मजबूर कर देती है। फिर हिंदी यानी बॉलीवुड का झुकाव भी पवन सिंह की ओर होने लगा और उन्होंने सलीम सुलेमान जैसे भोजपुरी के दिग्गज संगीतकार के साथ ट्रेंडिंग गाना बना दिया।
अब यही वजह है कि उन्हें पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से भी ऑफर आने लगे हैं। और वे जल्द ही पंजाबी गाने में भी धमाल मचाते नज़र आने वाले हैं। वास्तव में अगर देखा जाय तो यह पवन सिंह ही है, जिनका सिक्का भोजपुरी इंडस्ट्री में लगातार 25 सालों से चल रहा है। जब उनका कोई गाना या फ़िल्म आती है, तो दूसरे स्टार के गाने और फिल्मों पर भारी पर जाती है। पवन सिंह आज भोजपुरी में सक्सेस सिंबल के रूप में जाने जाते हैं, तभी इंडस्ट्री के सभी निर्माता – निर्देशक उनके साथ काम करने को उत्सुक रहते हैं और जब भी बॉलीवुड व अन्य भाषा में भोजपुरी प्रिजेंस की जरूरत होती है, तो सबसे पहले पवन सिंह का ही नाम आता है।