नई दिल्ली, 07 सितम्बर 2021 : कोरोना की दूसरी लहर का असर देश में अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। इस बीच निपाह वायरस ने अपने पैर फैलाने शुरू कर दिए हैं। केरल में हाल ही में निपाह का मामला सामने आया था, अब तमिलनाडु में भी एक केस सामने आया है। कोयंबटूर के जिलाधिकारी के मुताबिक, निपाह वायरस का एक केस उनके यहां पर मिला है। सभी तरह की सावधानियां बरती जा रही हैं। अब तेज बुखार के साथ जो भी सरकारी अस्पताल आ रहा है, उसकी सही तरीके से जांच होगी।
बता दें कि निपाह ने तब हर किसी को हैरान कर दिया जब केरल में एक 12 साल के बच्चे की निपाह की वजह से मौत हो गई। केरल के कोझिकोडे में 12 साल के बच्चे का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। केरल के लिए ये चिंता का विषय इसलिए भी है, क्योंकि केरल में कोरोना की ताजा लहर ने हालात बिगाड़ दिए हैं। देश में जितने भी केस आ रहे हैं, उसमें से 70 फीसदी करीब केरल से ही आ रहे हैं।सिर्फ केरल में ही 2 लाख के करीब कोरोना के सक्रिय केस हैं।
बता दें कि निपाह वायरस सबसे पहले 1998 में मलेशिया में पाया गया था। भारत के पश्चिम बंगाल में 2001 में इसके कई मामले सामने आए थे।ये भी कोरोना की तरह ही खतरनाक है, हालांकि ये हवा से नहीं फैलता है। निपाह जानवर से मनुष्यों में फैलता है। इसका भी मूल कारण चमगादड़ ही होता है, लेकिन ताजा माहौल में किसी मनुष्य से मनुष्य में भी वायरस फैलने का डर बताया जा रहा है। इसके अलावा सूअरों से भी निपाह वायरस फैलने का डर हैवायरस के लक्षण में तेज़ बुखार होना है, जो दो हफ्ते तक रहता है और शरीर को नुकसान पहुंचाता है। चिंता की बात ये है कि वायरस के कारण किसी भी व्यक्ति के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है, जो मौत की ओर ले जाता है।