सराहनीय कदम के लिए बिजली अभियंताओ को मिली बधाई
लखनऊ, 14 अगस्त, 2021: 1959 में गठित प्रदेश का उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद जो आज अलग अलग बिजली कम्पनियो के रूप में बट गया है उसी में एक है उत्तर प्रदेश राज्य उत्पादन निगम जिसकी चर्चा आज होना जरूरी प्रदेश के उत्पादन के क्षेत्र में 15 अगस्त का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है प्रदेश में पहला को आधारित 50 मेगावाट का उत्पादन गृह ओबरा थर्मल पावर प्लांट 15 अगस्त 1967 चालू हुवा था जिसमे रशियन कंपनी का बहुत सहयोग था आज जहा आजदी के बाद प्रदेश में राज्य सेक्टर केंद्रीय सेक्टर और निजी क्षेत्र की कुल स्थापित उत्पादन क्षमता लगभग 26500 मेगावाट है वही राज्य सेक्टर की कुल स्थापित क्षमता 6242 मेगावाट के करीब है ऐसे में आजादी के बाद आज प्रदेश में उत्पादन के क्षेत्र में काफी सराहनीय काम हुवा है जहा विद्युत नियामक आयोग ने वर्ष 2022 तक अब यह मान लिया है की प्रदेश में कोल् आधारित कोई भी उत्पादन गृह लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है ।
उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेष कुमार वर्मा ने कहा 1947 में जब देश आजाद हुवा उस समय सिर्फ देश में कुल उत्पादन 1362 मेगावाट था वही आज बात की जाय तो देश में कुल स्थापित उत्पादन क्षमता लगभग 386888 मेगावाट है जो देश में लिए बहुत ही गर्व की बात है आज अगर पूरे देश की बात करे तो देश को पीक आवश्कता लगभग 199348 मेगावाट है यानी की उत्पादन के क्षेत्र में हमारा देश आत्मनिर्भर हो चुका है जो एक सराहनीय कदम है उपभोक्ता परिषद् इस अवसर पर देश के ऊर्जा निगम में कार्यरत सभी कार्मिको का आभार व्यक्त करता है ।