डेढ़ सौंवी जयंती पर गांधीमय हुआ सोलहवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला
लखनऊ, 01 अक्टूबर 2018: महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की थीम पर आधारित और पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेयी, गीतकार नीरज व मुनि तरुणसागर को समर्पित राणाप्रताप मार्ग मोतीमहल लान में चल रहा सोलहवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला पूरी तरह गांधीमय है। यहां गांधी साहित्य को खंगालने-सहेजने का क्रम मेले की शुरुआत से चल रहा है। मेले में आज शाम अंतर्राष्ट्रीय एथलीट सुधा सिंह प्रदेश गौरव सम्मान से गईं।
दि फेडरेशन आॅफ पब्लिशर्स एण्ड बुकसेलर्स एसोसिएशन्स इन इण्डिया, नई दिल्ली के सहयोग से हो रहे के.टी.फाउण्डेशन व फोर्सवन का यह आयोजन महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की थीम पर आधारित है। मेला यहां रोज सुबह 11 से रात नौ बजे तक चल रहा है।
सम्मानित एथलीट सुधा ने यहां आयोजकों व केन्द्रीय खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देश में 30 की उम्र के बाद खिलाड़ियों को खत्म मान लिया जाता है पर पहले गोल्ड हासिल करने के बाद 32 की उम्र में इस वर्ष मैंने रजत पदक प्राप्त करके मिथ तोड़ा है। सुविधाएं अब बढ़ी हैं और दूसरे खिलाड़ी मुझसे भी अच्छा प्रदर्शन करके देश के लिए खेलों में और मेडल लेकर आएंगे यही उम्मीद है। मैंने जो भी हासिल किया है वह अनुशासन से हासिल किया है, इसी अनुशासन से देश को ओलम्पिक में भी मेडल मिलेंगे। पीआर पाण्डेय के संचालन में चले समारोह में उन्हें सम्मानित करने वाले आनन्देश्वर सिंह ने कहा कि शायद ही प्रदेश की किसी और खिलाड़ी ने सुधा सिंह की तरह उपलब्धियां हासिल की हों।
खेल निदेशक आर.पी.सिंह का कहना था कि हमारे समय में सुधा के समय जितनी सुविधाएं नहीं थीं। अब सुविधाएं बढ़ी हैं और कल राज्य सरकार की ओर से सुधा सहित 63 खिलाड़ियों को सम्मानित किया जायेगा। साई सेण्टर प्रभारी आर गोविल ने कहा कि बदले माहौल में प्रदेश से सुधा जैसी और खिलाड़ी निकलेंगी यही उम्मीद है। समारोह में मेला संयोजक मनोज सिंह चंदेल, प्रदेश ओलम्पिक संघ के उपाध्यक्ष टी.पी.हवेलिया, कोच जे.एस.भाटिया, खिलाड़ी गुलाबचन्द, मैराथन खिलाड़ी संतोष, समाजसेवी मुरलीधर आहूजा, सत्या सिंह, एस.उम.पारी संहित अन्य कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। जादूगर राकेश ने इस दौरान हैरतअंगेज करतब दिखाए।
मेले के गांधी बाल एवं युवा मंच पर ज्योतिकिरन रतन के संयोजन में आज चली प्रतियोगिताओं में नीलादरी सेहाय, अवंतिका, निरमालय, वराली गुप्ता, रिचा, अंकित, आनवी, मासूम, कुलसुम, अदावन, स्वरा त्रिपाठी, अश्वित रतन, फैजल जौनपुार, गोविन्द, अदिति ने भाग लिया। शुभम अवस्थी ने यहां भरतनाट्यम की दर्शनीय प्रस्तुति दी। इसी मंच पर कथाकथन के लखनऊ चैप्टर की प्रभारी नूतन वशिष्ठ के संग विवेक श्रीवास्तव, सोम गांगुली जैसे आकाशवाणी कलाकारों ने मण्टो की लानत है ऐसी दवा पर और पे्रमचन्द की बूढ़ी काकी कहानी का श्रवणीय सजीव पाठ श्रोताओं के समक्ष किया।
आज के साहित्यिक आयोजनों में सुबह नवसृजन के सम्मान समारोह व काव्यगोष्ठी में नीरजा द्विवेदी, डा.अमिता दुबे, आस्था ढल, अमिता सिंह को सम्मानित किया गया। यहां हरीश उपाध्याय, मुकेशकुमार मिश्र, राजेश सजल, कुमार तरल, देवेश द्विवेदी, भारती अग्रवाल आदि के साथ अतिथियों ने रचनाएं पढ़ीं। इसके उपरांत अक्षत थापा की किताब मोटीवेशनल थाॅट और प्रदीप अग्रवाल की कृति मदन माधुरी पर चर्चा हुई। समापन रेवान्त पत्रिका की ओर से आयोजित काव्यगोष्ठी से हुआ।