जकार्ता के बाद अब चीन में होगी राष्ट्रमंडल खेलों के साथ मुलाकात
नई दिल्ली, 03 सितम्बर 2018: 18 वें एशियाई खेलों की क्लोजिंग सेरिमनी यानी समापन समारोह जकार्ता में संपन्न हो गया। इस भव्य समारोह में पारंपरिक संगीत और रंगारंग कार्यक्रमों के बीच विभिन्न खेलों में हिस्सा लेने वाले हजारों खिलाड़ी अपना आखिरी अलविदा कहने के लिए एकत्रित हुए।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने तिरंगे झंडे के साथ भारतीय दल का नेतृत्व किया। हमेशा की तरह एशियाई खेलों में भी चीन का वर्चस्व कायम रहा। यह अलग बात है कि 2010 और 2014 की तुलना में चीन ने कम पदक जीते हैं लेकिन इसके बावजूद वह अपनी कार्य में सफल रहा।
भारतीय खिलाडियों का अब तक का सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
उधर भारतीय खिलाड़ियों ने 1991 एशियाई खेलों के इतिहास में सबसे अधिक पदक अपने नाम किए हैं। बता दें कि भारत में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15 स्वर्ण के साथ कुल 69 पदक जीते भारत के जकार्ता में हुए यह के ऐतिहासिक साबित हुए गेम्स में कुल 69 मेडल हासिल करने के साथ भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया भारत में 15 गोल्ड 24 सिल्वर और 30 ब्रांच मेडल हासिल किए खास बात यह है कि भारत की गोल्ड और सिल्वर मेडल की संख्या बढ़ी है।
वैश्विक स्तर पर खेल महाशक्ति माने जाने वाले चीनी जकार्ता में 132 स्वर्ण 92 रजत 65 कांस्य के साथ कुल 289 पदक जीते। इसके अलावा जापान ही 200 पदों का आंकड़ा पार कर सका। कुल 205 पदों के साथ जापान दूसरे और 177 पदकों के साथ दक्षिण कोरिया तीसरे पायदान पर रहा।