उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने ऐलान किया कि वह जरूरत पड़ने पर सरकार को मूर्ति के लिए जमीन भी देगा
लखनऊ17 अक्टूबर। अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार सरयू तट पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की 108 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा लगाए जाने के प्रस्ताव पर उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने ऐलान किया है कि वह जरूरत पड़ने पर सरकार को मूर्ति के लिए जमीन भी देगा और इसके अलावा भगवान राम की प्रतिमा में लगने वाले तरकश के लिए 10 चांदी के तीर वक्फ बोर्ड भेंट करेगा।
यहीं नहीं वक्फ बोर्ड ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि भगवान राम की प्रतिमा में लगने वाले तरकश के लिए 10 चांदी के तीर वक्फ बोर्ड भेंट करेगा। इसके लिए यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के सामने प्रस्ताव रखा गया है।
बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि कुछ सदस्यों ने यह प्रस्ताव दिया था कि वक्फ बोर्ड के माध्यम से ये तीर भेजे जाने चाहिए।
रिजवी ने योगी आदित्यनाथ को लिखे खत में कहा है कि ये तीर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का प्रतिनिधित्व करेंगे।
रिजवी ने कहा, ”जिस तरह मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने बुराई के खिलाफ संघर्ष किया और अपने तीरों से राक्षण का दहन किया, इसी तरह हम चाहते हैं कि ये तीर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के प्रतीक के रूप में दिखे ताकि देश में सभी धर्मों के लोग शांति के साथ रह सकें।”
रिजवी ने कहा की इस क्षेत्र के नवाबों ने हमेशा अयोध्या के मंदिरों का सम्मान किया। यहां तक कि 1739 में नवाब शुजा-उद-दौला ने अयोध्या के मध्य में हनुमान गढ़ी के लिए जमीन दान में दी थी। उसके बाद नवाज आसिफ-उद-दौला ने 1775-1793 के बीच हनुमान गढ़ी मंदिर बनाने के लिए फंड दान में दिया था।”