नवेद शिकोह
सूचनाओं की पोटली मे झूठ और सच दोनों समावेशित होते हैं। सच को प्रचारित-प्रसारित करने से भी अधिक महत्वपूर्ण है झूठ को रोकना। रोम की एक घटना झूठी सूचना, गलत जानकारी या अफ़वाह बाज़ी का खतरनाक पहलू याद दिलाती है-
लम्बा जीवन जीने का लेक्चर सुनने बड़ा जनसमूह इकट्ठा था। भीड़ में जहरीले सांप की अफवाह (झूठी और गलत सूचना) से अफरातफरी मची और भगदड़ में आधी से अधिक भीड़ जीवन गंवा बैठी। मीडिया या सूचनाओं की दुनिया के विस्तार और चुनौतियां का ये सबसे बड़ा दौर है। खासकर चरम पर पंहुचते बेकाबू सोशल मीडिया के इस युग में सच को परोसने से ज्यादा जरूरी है झूठ को रोकना और झूठ के सामने सच खड़ा करना।
भारत में हिन्दी भाषा सूचना का सबसे बड़ा माध्यम है और हिन्दी पट्टी की मीडिया का सबसे बड़ा हब उत्तर प्रदेश मे है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के विस्तार ने मीडिया का दायरा बहुत बड़ा कर दिया है। किसी भी सरकार के लिए पहले की अपेक्षा अब मीडिया कॉर्डिनेशन का काम बीस गुना बढ़ गया है। बेलगाम सोशल मीडिया पर झूठ बेकाबू हो जाए तो मुख्यधारा की पेशेवर मीडिया के माध्यम से सच के दीए से झूठ का अंधेरा मिटाया जाता है। झूठ से निपटने और सरकार की खूबियों और जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए सरकारी सूचना तंत्र को अब पत्र-पत्रिकाओं, टीवी चैनलों के अतिरिक्त इंटरनेट की वेब/डिजिटल और खासकर सोशल मीडिया की दुनिया से रिश्ता बनाकर रखना बेहद चुनौतीपूर्ण है। हांलांकि ये ऐसे ही मुश्किल है जैसे समुद्र की धाराओं/लहरों को बस में रखने की कोशिश।
भारत की सबसे बड़ी हिन्दी मीडिया के सबसे बड़े उत्तर प्रदेश का सूचना एवं जनसंपर्क विभाग इन चुनौतियों पर खरा उतरने के साथ शुभ और सौभाग्यशाली साबित हो रहा है। पिछले छह वर्षों की एतिहासिक शुभ सूचनाओं में यूपी के सूचना तंत्र को भी बड़ा श्रेय जाता है।
इन सूचनाओं या सुर्खियों पर ग़ौर कीजिए जो ऐतिहासिक रहीं-
- करीब चार दशक के बाद यूपी में दोबारा मुख्यमंत्री बनने और सरकार रिपीट होने का रिकार्ड बनना
- लोकसभा की अस्सी सीटों वाले यूपी के बड़े श्रेय से मोदी सरकार रिपीट हुई
- बहुप्रतीक्षित राममंदिर के फैसले पर शांति-अमन का वातावरण
- अयोध्या में राममंदिर का शिलान्यास
- भव्य और दिव्य राम मंदिर के निर्माण के बाद उद्घाटन (तैयारियां)
- जातिवाद, गुंडाराज, दिमागी बुखार, साम्प्रदायिक दंगो और बीमारू राज्य जैसी कमजोरियों से मिली यूपी को मुक्ति
- योगी सरकार की परफार्मेंस से मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसी हिन्दी पट्टी की जनता भी प्रभावित हुई है
कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिर्फ रिजल्ट पर विश्वास करते है। और रिजल्ट देने वाला ही उनका विश्वसनीय होता है। उत्तर प्रदेश सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक शिशिर मुख्यमंत्री के बेहद विश्वसनीय अफसरों में शामिल हैं। कारण ये है कि इन्होंने लगातार बेहतर रिजल्ट दिया है। मीडिया परिवार से भी उनका मधुर रिश्ता है। कवरेज की सुविधाओं से लेकर लघु समाचार पत्र-पत्रिकाओं को सहयोग करने की जिम्मेदारी वो बखूबी निभाते हैं।
आज शिशिर जी का जन्मदिन है। उन्हें बधाइयां और शुभकामनाओं का सिलसिला सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है।
अर्थ देखा, जाना शीतकाल हो तुम,
सर्दियों में धूप सा अहसास हो तुम।
जन्मदिन की मंगलकामनाएं
1 Comment
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