दलितों व पिछड़ों को उनका संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिये मान्यवर कांशीराम जी ने किया सबसे ज्यादा संघर्ष और बाबा साहब के सपने को किया साकार,
बहुजन छात्रों ने संकल्प लिया : दलित पिछड़ा भाई-भाई, शोषण, अत्याचार और आरक्षण की मिलकर करो लड़ाई का नारा बुलन्द करना होगा। जो मान्यवर कांशीराम जी का सबसे बड़ा सपना था
लखनऊ 10 अक्टूबर। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ में 09 अक्तूबर को अम्बेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट्स यूनियन (AUDSU) संगठन के बहुजन छात्रों द्वारा बहुजन नायक एंव हृदय सम्राट मान्यवर श्री कांशीराम जी को भाव भीनी श्रद्धांजलि दी और एक छोटी सी गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्यथिति वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती किरण बौद्ध जी ने कहा दलित व पिछड़ों को मिलकर ही मान्यवर जी के सपने को करना होगा साकार। शिक्षण संस्थानों में दलित छात्रों पर हो रहे अत्याचार और शोषण के खिलाफ लड सकते है। दलित पिछड़ों को उनका संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिये मान्यवर कांशीराम जी ने किया सबसे ज्यादा संघर्ष और बाबा साहब के सपने को किया साकार।
बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम साहब जी के 11वें महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर AUDSU संघठन द्वारा उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। AUDSU के सदस्य एंव वरिष्ठ शोध छात्र संतोष कुमार ने कहा कि बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर जी द्वारा बहुजन समाज को दिये गये संवैधानिक अधिकारों को दलित व पिछड़े वर्ग को दिलाने में मान्यवर कांशीराम साहब की भूमिका अहम थी। जिस प्रकार से केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार बनने के बाद देश के समस्त शिक्षण संस्थानों में दलित छात्रों पर हमले कराये जा रहे है और विवि में 50% आरक्षण पर लगातार कुठाराघात किया जा रहा है ।
शोध छात्र सूर्यप्रताप गौतम ने कहा कि अब समय आ गया है कि देश के समस्त विश्वविद्यालय के बहुजन छात्र और समाज को एकजुट होकर ही मान्यवर कांशीराम साहब जी द्वारा बताये गये रास्ते पर चलकर अपने संवैधानिक अधिकारों को प्राप्त करना है। जिस दिन दलित व पिछड़ों को उनका संवैधानिक शत-प्रतिशत अधिकार प्राप्त हो जायेगा, सही मायने में उसी दिन मान्यवर जी का सपना पूरा होगा।
AUDSU संगठन के सदस्यों में बसंत कनौजिया, संतोष कुमार, धर्मवीर, सूर्या गौतम, सुधाकर पुष्कर, पंकज कुमार, हरिनाथ कुमार, राज वर्धन, मनूपाल अजय कुमार,सीमोली बौद्ध, कृष्ण मोहन, प्रतीक गौतम, जयवीर, दिवाकरराम, नीरज चौहान, क्रांति कुमार, अंकित, कमलेस कुमार, सुभम राव, मनीत कुमार, अखिलेन्द्र आर्य, अभिलाख, दीपक कौसल, शशिकांत कनौजिया, शिव कुमार, अजीत कुमार एंव सैकड़ो बहुजन छात्रों ने कहा कि अब समय आ गया है कि देश के समस्त विवि के बहुजन छात्रों को एकजुट होकर करो मरो की तर्ज पर जिस प्रकार से देश के शिक्षण संस्थानों में दलित व पिछड़ों छात्रों पर हमले और संवैधानिक अधिकारो पर कुठाराघात हो रहा है, उससे यह सिद्ध हो गया है कि देश व प्रदेश में 85 प्रतिशत बहुजन छात्रों और समाज को एकजुट होकर अपने अधिकार के लिये संघर्ष करना होगा। शोध छात्र बसंत कनौजिया ने कहा कि पूरे देश में जिस प्रकार से शिक्षण संस्थानों में दलित छात्रों का शोषण, अत्याचार और हमले और BBAU में 50% आरक्षण विरोधी ताकतें दलित व पिछड़े वर्ग को गुमराह कर उनमें भेदभाव पैदा कर रही हैं। बहुजन छात्रों ने संकल्प लिया कि दलित पिछड़ा भाई-भाई, शोषण, अत्याचार और आरक्षण की मिलकर करो लड़ाई का नारा बुलन्द करना होगा। जो मान्यवर कांशीराम जी का सबसे बड़ा सपना था।