जन अधिकार महिला परिषद का विधान सभा मार्च रद्द, अब फूकेंगी नेताओं का पुतला
पटना, 26 जुलाई, 2018: जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में सीबीआई जांच पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव और सांसद रंजीता रंजन की पहल पर संभव हो सकी।
सांसद श्री यादव ने मुजफ्फरपुर मामले को शुरू से उठाया और जन आंदोलन भी किया। इसके बाद सदन में पूरे दमखम से इस मुद्दे को उठाया, जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सदन में सीबीआई जांच की बात कही थी। और कहा था कि बिहार में इस तरह की जघन्य कांड जो मानवता को शर्मसार करने वाली है। इस की सीबीआई जांच होनी चाहिए लेकिन अफसोस इस बात का है केंद्र सरकार के द्वारा माने जाने के बाद भी 2 दिनों के बाद बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने इस दुष्कर्म कांड की जांच आज सीबीआई से कराने की सिफारिश की है।
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि इस जांच के बाद सारे दोषी और इसमें जो सफेदपोश और बड़े पदाधिकारी हैं उन पर सीबीआई पूरी निगरानी के साथ जांच करके उनको सलाखों के अंदर भेजने का काम करेगी। साथ ही जिन बालिकाओं के साथ ऐसी अमानवीय घटनाएं हुई हैं, उनके साथ न्याय और इंसाफ होगा और दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
मुजफ्फरपुर मामले में जनतांत्रिक विकास पार्टी ने मांगा नीतीश कुमार से इस्तीफा
मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बिहार सरकार के दो-दो मंत्रियों की संलिप्पता सामने आने पर जनतांत्रिक विकास पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अविलंब इस्तीफा देने की मांग की। साथ ही बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में पहले सरकार ने साक्ष्य मिटाने की कोशिश की, इसलिए सीबीआई जांच की अनुशंसा में देरी की गई।