लखनऊ। जी-20 में आए मेहमानों के विदाई समारोह की शाम अद्भुत रही। एक तरफ शहनाई, नक्कारा, ढोलक की त्रिवेणी बहती रही तो दूसरी तरफ दिल्ली से आई टीम ने यमुनाष्टकम की भव्य प्रस्तुति देकर समारोह को और यादगार बना दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अंतिम प्रस्तुति भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षिकाओं के सहयोग से सम्पन्न हुई। इसमें मेहमानों को श्री राम जन्म के पलों से परिचित कराया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत शहनाई, नक्कारा और ढोलक वादन से हुई। अगली कड़ी में पंडित जय किशन महाराज की टीम ने यमुनाष्टकम की प्रस्तुति दी। इसमें नृत्य में कई प्रयोग देखने को मिले।
कथक से शुरुआत की। इसके बाद लोक कलाकारों ने इसे आगे बढ़ाया। जादू-आरकेस्ट्रा, लाइव म्यूजिक, लाइट, साउंड, म्यूजिक का गजब का प्रयोग व तालमेल देखने को मिला।
अगली कड़ी में भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की डॉ. सीमा भारद्वाज के संयोजन में नृत्योत्सव में श्री राम जन्म कथा को प्रस्तुत किया गया। शुरुआत श्री राम चंद्र कृपालु भजमन…पर कथक के माध्यम से हुई, जिसमें चारों भाइयों व जन्म को दिखाया गया। कनक भवन में मनाई जा रही श्री राम जन्म की खुशियों को लोक गीत व नृत्य के माध्यम से प्रदर्शित किया। अंत में शिव स्तुति भरतनाट्यम के माध्यम से करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।