अलका शुक्ला
‘रंग’ खूबसूरत जीवन का हिस्सा हैं।
ये प्रकृति के आकर्षण का किस्सा हैं।।
इन रंगों के प्रति आभार का जो रिश्ता है।
वो पावन होली के त्योहार में दिखता है।।
इंसां गिले शिकवे भुला गले मिलता है।
होली पर फीके रिश्तों में फिर रंग चढ़ता है।।
आप के जीवन में हों खुशी के रंग सदा।
कान्हा की शरण में उनकी कृपा का पुष्प खिलता है।।