उपभोक्ता परिषद ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कहा उच्च स्तरीय जांच हो और गलत आदेश को लागू करने वाले उच्चधिकारी पर हो कठोर कार्यवाही
लखनऊ, 30 जुलाई : उत्तर प्रदेश की बिजली कंपनियां साल भर गरीब विद्युत उपभोक्ताओं के भार को विद्युत नियामक आयोग द्वारा बनाए गए कानून का उल्लंघन करते हुए बिना नोटिस दिए लगातार अपने राजस्व को बढाने के लिए बढती रहे लेकिन अपने सिस्टम का भार बढाना और उसका उचीकृत करना भूल गई अब इसका खामियाज गर्मी में प्रदेश का विद्युत उपभोक्ता भुगत रहा है अब सरकार इसकी उच्च स्तरीय जांच कराये सबसे ज्यादा नुकसान लाइफ लाइन गरीब विद्युत उपभोक्ताओं का हुआ है पूरे प्रदेश में मात्र 7 महीने में सितंबर 2023 में 2709 मेगावाट और मार्च 2024 में 5003 मेगावाट लगभग 30 से 35 लाख विद्युत उपभोक्ताओं का पूरे उत्तर प्रदेश में गलत तरीके से भार बढाया गया इसकी हो उच्च स्तरीय जांच।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सरकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं का भार बढाने के लिए तो बहुत तेजी से काम करती है लेकिन वह अपने सिस्टम का भार बढाने के लिए तेजी से कम क्यों नहीं करती जिसका खामियाजा लंबे समय से उपभोक्ता भुगत रहे हैं परिषद ने कहा उन्हें अच्छी गुणवत्ता की बिजली नहीं मिल पा रही है उन्हें शायद यह पता ही होगा की मार्च 2024 के आंकडों पर ध्यान दें तो प्रदेश में कुल 473 की सँख्या में 132 केवी सब स्टेशन है और उनकी कुल क्षमता जो है वह 65213 एमवीए है यानी कि जब उसे किलोवाट में निकाला जाएगा तो वह 5 करोड 86 लाख 91 हजार हजार 700 किलो वाट होगा वहीं मार्च 2024 की बात करें तो प्रदेश में लगभग 3 करोड 45 लाख 93087 विद्युत उपभोक्ताओं है उनका कुल स्वीकृत भार है वह लगभग 7 करोड 38 लाख 35635 किलो वाट है।
परिषद ने कहा कि जब भीषण गर्मी पड़ रही है और उपभोक्ता अपने स्वीकृत भार का सत प्रतिशत उपभोग कर रहा है तो पावर कारपोरेशन का सिस्टम कांपने लग रहा क्योंकि इस भीषण गर्मी में डायवर्सिटी फैक्टर 1 अनुपात 1 हो ही जाएगा। उपभोक्ताओं द्वारा लिए गए भार और प्रदेश की बिजली कंपनियों के सिस्टम के भार में लगभग 2 करोड किलोवाट का अंतर है ऊपर से इसी सिस्टम पर बिजली चोरी का जब लोड लगभग 20 प्रतिसत आता है तो सिस्टम कांपने लगता है और प्रदेश के उपभोक्ताओं को अच्छी गुणवत्ता की बिजली नहीं मिल पाती। वही 33 केवी सब स्टेशनो की बात करे तो उसकी क्षमता लगभग 59 हजार से 60 हजार एमवीए के ही बीच है जो और कम है।