साप्ताहिक वेबीनार में लोगों की शिकायत: ब्रेकडाउन के चलते मात्र 10 से 12 घंटे मिल रही बिजली
लखनऊ 3 अगस्त : उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के साप्ताहिक वेबीनार में आज प्रदेश के अनेक जनपदों से जुड़े उपभोक्ताओं ने यह मुद्दा उठाया कि इस समय रोस्टर के हिसाब से गांव को 18 घंटे बिजली केवल कहने की बात है ज्यादातर जनपदों में 10से 12 घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिल पा रही है, एक उपभोक्ता विनोद कुमार गुप्ता ने नोएडा से शामिल होकर कहा ब्रेकडाउन के चलते 12 घंटे बिजली मिल रही है।
राजपाल सिंह हाथरस से जुडकर कहा कि केवल 12 घंटे बिजली मिल रही है शैलेंद्र सिंह आगरा से जुडकर कहा कि 13 घंटे बिजली मिल रही है। हरेंद्र कुमार फिरोजाबाद से जुडकर बताया कि केवल 10 घंटे बिजली मिल रही है अनुराग माही प्रतापगढ से जुडकर कहा यही हाल उनके जनपद का भी है 10 से 12 घंटे बिजली मिल रही है जय हिंद ने कहा यही हाल अनेकों जनपदों का है। वेबीनार में जुड़े उपभोक्ताओं ने 1912 पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले तो 1912 पर कॉल नहीं लगती और लग जाती है तो थोडा देर बाद ही फर्जी निस्तारण का मैसेज आ जाता है। जिससे पूरे प्रदेश में उपभोक्ताओं में काफी गुस्सा है बिजली कंपनियों व पावर कारपोरेशन को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए यदि इसे सही नहीं कर सकते तो इसे बंद कर देना चाहिए क्षेत्र में अवर अभियंता उपखंड अधिकारी अधिशासी अभियंता का अनेकों जनपदों में फोन मिलाते रहो फोन लगता नहीं।
वेबीनार में जुडे किसानों ने कुछ कागज उपभोक्ता परिषद को भेजते हुए कहा कि फिरोजाबाद हाथरस आगरा व अन्य जनपदों में किसानों पर काल्पनिक बकाया डाल दिया गया है जिसकी वजह से उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है और क्षेत्रीय अभियंता कहते हैं कि वह उनके अधिकार में नहीं है काल्पनिक बकाया को आईटी विंग ठीक करेगा सब मिलकर हजारों की संख्या में किसान काल्पनिक बकाया की वजह से रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे हैं और बिजली विभाग के अधिकारी एक दूसरे को पत्राचार कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा सभी उपभोक्ताओं की समस्याओं को पावर कार्पोरेशन प्रबंधन व बिजली कंपनियों के सामने उठाया जाएगा। जरूरत पड़ने पर पूरे मामले को विद्युत नियामक आयोग में भी उपभोक्ता परिषद एक प्रस्ताव के माध्यम से दाखिल करेगा। वर्तमान में बिजली कंपनियों में ओवरलोड ब्रेकडाउन के चलते बिजली व्यवस्था पटरी से उतर गई है अनेको जनपदों से जुडे विद्युत उपभोक्ताओं ने इस बात पर भी गहरी नाराजगी जताई कहा बडे पैमाने पर बिजली कंपनियों मे स्थानांतरण किए गए हैं उनके क्षेत्र में जो अभियंता नई तैनाती पर आए हैं, उन्हें क्षेत्र की स्थिति का पूरी तरह से भौगोलिक ज्ञान नहीं है जिसकी वजह से ब्रेकडाउन को अटेंड करने में उन्हें काफी मशक्कत का सामना करना पड रहा है।