नई दिल्ली 26 सितम्बर। देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने मिनिमम बैलेंस को लेकर एक बड़ी घोषणा की है। ऐसा माना जा रहा है कि त्योहारों से पहले यह बैंक की तरफ से बड़ी सौगात है। SBI ने बयान दिया है कि मिनिमम बैलेंस की लिमिट को घटा दिया गया है।
नहीं लगेगी पेनॉल्टी
SBI की इस घोषणा के बाद खाताधारकों में बहुत खुशी है। वहीं यह भी पता चला है कि बैंक अब ज्यादा पेनॉल्टी नहीं वसूलेगा। यह बात एकदम साफ हो गई है कि अब अकांउट में ज्यादा पैसे रखने की जरूरत नहीं है।
जनधन खाते पहले से ही बाहर
इन सबके अलावा देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने पेंशनर्स खाते, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए खोले गए खाते, और कम उम्र के ग्राहकों (नाबालिगों) के खातों को मासिक औसत बैलेंस के नियम से बाहर कर दिया है। जनधन खाते पहले ही इस नियम से बाहर हैं
मेट्रो शहरों के लिए यह है नियम
SBI की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक मेट्रो शहरों के बचत खातों में पहली अक्टूबर से कम से कम 3,000 रुपए का बैलेंस रखना जरूरी होगा। अबतक यह लिमिट 5,000 रुपए है। मेट्रो शहरों के अलावा दूसरे शहरों में मासिक औसत बैलेंस की लिमिट में कोई बदलाव नहीं किया गया है और इन खातों के लिए यह लिमिट 3,000 रुपए बनी रहेगी।
सेमी अर्बन और ग्रामीण इलाकों की लिमिट में बदलाव नहीं
सेमी अर्बन और ग्राणीण इलाकों में भी मासिक औसत बैलेंस के नियम में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है और इन इलाकों में मौजूदा लिमिट लागू रहेगी। सेमी अर्बन इलाकों के SBI के बचत खातों में कम से कम 2,000 रुपए और ग्रामीण इलाकों में 1,000 रुपए रखना जरूरी है।