इंदौर, 12 अक्टूबर, 2024: मध्य भारत के सबसे बड़े फ्री स्टाइल फैमिली गरबा का आयोजन, टीजीएल गरबा 2024, आज अपने भव्य समापन समारोह के साथ समाप्त हो रहा है। 3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक चले इस महोत्सव ने गरबा प्रेमियों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी है। इस आयोजन को तीर्थगोपिकॉन लिमिटेड ने प्रस्तुत किया, एसबीआई ने प्रायोजित किया, आहलर्थ होम्स द्वारा पावर्ड किया गया और प्रिज्म इकोएनर्जिया के सहयोग से इसे आयोजित किया गया।
प्रतिदिन 10,000 से अधिक लोगों ने इस गरबा में भाग लिया और इसका आनंद लिया। कार्यक्रम की आध्यात्मिक महत्ता को और बढ़ाते हुए, 11 महाराज द्वारा भव्य महा आरती का आयोजन भी किया गया, जिसने इस आयोजन को और भी दिव्यता प्रदान की। इस वर्ष टीजीएल ने २० फिट चौड़ाई और २६ फिट ऊँचाई की आध्यात्मिक गरबी (पॉट) के लिए विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित किया, जो आयोजन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही।
आयोजन में कई प्रसिद्ध कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से लोगों का मन मोह लिया। झानवी श्रीमंकर के मधुर गीतों से लेकर अरविंद वेगड़ा की जोशीली धुनों तक, मीत जैन, ललित्या मुनशॉ, खुशबू पंचाल, अघोरी म्यूजिक और यश बारोट की अद्भुत परफॉर्मेंस ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
इस आयोजन की शोभा बढ़ाने के लिए कई प्रसिद्ध हस्तियों ने भी शिरकत की। टीवी जगत के लोकप्रिय कलाकार दिलीप जोशी और मयूर वकानी ने अपनी उपस्थिति से दर्शकों का दिल जीत लिया। बॉलीवुड अभिनेत्री भाग्यश्री और प्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर की मौजूदगी ने इस गरबा महोत्सव को और भी खास बना दिया।
कार्यक्रम में इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी और एसबीआई के डीजीएम सतीश गुप्ता ने विशेष रूप से उपस्थित होकर इस आयोजन को अपना समर्थन दिया। इसके अलावा, राज्य प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण शरिवाल और सचिव रवि चावला ने भी इस कार्यक्रम की सराहना की और इसे एक बड़ी सफलता करार दिया।
आज इस विशेष अवसर पर, टीजीएल गरबा के आयोजक मयूर कुम्भानीजी ने अपने परिवार और टीजीएल टीम की उपस्थिति में अपनी मां द्वारा बनाई गई खीर से अपना व्रत तोड़ा, जो आयोजन के लिए एक भावनात्मक क्षण रहा।
बात चीत के दौरान आयोजक मयूर कुम्भानीजी ने बताया कि टीजीएल गरबा 2024 ने न केवल सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को संरक्षित किया, बल्कि एक ऐसा मंच प्रदान किया, जहां परिवारों ने एक साथ मिलकर गरबा का आनंद लिया। यह आयोजन आने वाले समय में एक मिसाल के रूप में याद किया जाएगा।